अमेरिका: इजरायल की ओर से गैर-इरादतन गोलीबारी में मारी गई पत्रकार शिरीन अबू अक्लेह

उसके मुताबिक अबू अक्लेह की मौत इजरायली सेना की फायरिंग में हुई है, न कि फलस्तीन की ओर से गोलीबारी में।

Update: 2022-07-05 04:59 GMT

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि अल-जजीरा की पत्रकार शिरीन अबू अक्लेह संभवत: इजरायल की ओर से की गई गोलीबारी में मारी गईं, लेकिन यह गोलीबारी गैर-इरादतन थी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह विश्वास करने का कोई आधार नहीं है कि उन्हें जानबूझकर गोली मारी गई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने बयान में कहा कि यह निष्कर्ष जांच के बाद आया है। फलस्तीनी कब्जे वाले वेस्ट बैंक में जेनिन कस्बे में इजरायली हमले के दौरान फलस्तीनी-अमेरिकी पत्रकार अबू अक्लेह की 11 मई को मौत हो गई थी। अक्लेह की मौत की परिस्थितियों पर दोनों देशों के बीच कटु विवाद पैदा हो गया है।


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने बयान में कहा कि यह निष्कर्ष जांच के बाद आया है। अबू अक्लेह के शरीर से बरामद गोली के टुकड़े की स्वतंत्र बैलिस्टिक विशेषज्ञों द्वारा जांच की गई थी, जिसे अमेरिका ने 'अनिर्णायक परीक्षण' कहा था।

प्राइस ने बयान में कहा, 'बैलिस्टिक विशेषज्ञों ने निर्धारित किया कि गोली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे यह स्पष्ट निष्कर्ष नहीं निकला कि किसने गोली चलाई।'


अक्लेह के चालक सहित चश्मदीदों का कहना है कि इजरायली सैनिकों ने उन्हें मार डाला और उस समय आसपास के क्षेत्र में कोई आतंकवादी नहीं था।

लेकिन इजराइल का कहना है कि वह फलस्तीनी आतंकवादियों के साथ एक जटिल लड़ाई के दौरान मारी गईं। इजराइल ने कहा कि केवल एक फोरेंसिक विश्लेषण से इस बात की पुष्टि हो सकती है कि गोली इजरायली सैनिक ने चलाई थी या फलस्तीनी आतंकवादी ने।

इजराइल ने दृढ़ता के साथ इस बात से इनकार किया है कि अक्लेह को जानबूझकर निशाना बनाया गया था, लेकिन यह भी कहा कि आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान हो सकता है कि इजराइली सैनिक की गोली उसे गलती से लग गई हो।

फलस्तीनी अधिकारियों ने अमेरिकी रिपोर्ट की आलोचना की है और वे अपने इस रुख पर कायम हैं कि पत्रकार को जानबूझकर निशाना बनाया गया। हालांकि इजरायल ने इससे इन्कार किया है। मालूम हो कि अबू अक्लेह इजरायल-फलस्तीन संघर्ष की रिपोर्टिग का सबसे जाना-माना चेहरा थीं और उनकी मौत पर दुनिया ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने भी कहा था कि उसे जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक अबू अक्लेह की मौत इजरायली सेना की फायरिंग में हुई है, न कि फलस्तीन की ओर से गोलीबारी में।


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