US का दावा- खत्म हो चुके हथियार, 75000 सैनिकों की हुई मौत

रूस-यूक्रेन युद्ध 6 महीने से जारी है. रूसी सेना हर रोज यूक्रेन के शहरों पर मिसाइल दाग रही है. इस बीच अमेरिका ने बड़ा दावा किया है. अमेरिका का कहना है कि अब तक इस जंग में करीब 75 हजार रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं

Update: 2022-07-30 01:08 GMT

रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) 6 महीने से जारी है. रूसी सेना हर रोज यूक्रेन के शहरों पर मिसाइल दाग रही है. इस बीच अमेरिका ने बड़ा दावा किया है. अमेरिका का कहना है कि अब तक इस जंग में करीब 75 हजार रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं या घायल हो चुके हैं. रूस के हथियारों का स्टॉक आधा से ज्यादा खत्म हो चुका है. इसे व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के लिए एक बड़ा झटका बताया जा रहा है.

टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिमी अधिकारियों का अनुमान था कि रूस ने करीब 1,50,000 सैनिकों को यूक्रेन की सीमा पर तैनात किया था. अब अमेरिका ने कहा है कि दोनों पक्षों की ओर से हताहतों की सटीक संख्या का सिर्फ अनुमान लगाया गया है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि 40 हजार रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं, जबकि 10 हजार से ज्यादा घायल हो चुके हैं. वहीं, रूस की ओर से युद्ध में मारे गए सैनिकों के नाम या संख्या उजागर नहीं की गई है.

60 से 80 हजार के बीच मौतों का अनुमान

पिछले हफ्ते सीआईए डायरेक्टर रिचर्ड मूरे ने अनुमान लगाया कि 60 हजार रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं या घायल हो चुके हैं. कुछ लोग इस आंकड़े को 80 हजार के करीब मानते हैं. पुतिन इस लड़ाई में अब तक कई जनरल भी खो चुके हैं. कुछ दिनों पहले ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई6 के प्रमुख ने दावा किया था कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ युद्ध में बुरी तरह 'फेल' हो चुके हैं.

कीव पर रोज बरस रहीं मिसाइलें

रूसी सेना ने एक बार फिर यूक्रेन की राजधानी कीव के पास मिसाइल हमला शुरू कर दिया है. पिछले कई हफ्तों बाद रूस की ओर से इस तरह का आक्रामक रुख देखने को मिला है. उत्तरी चेर्निहाइव क्षेत्र को रूसी सेना ने निशाना बनाया है. एक तरफ जब रूस मिसाइल अटैक कर रहा, इसी बीच यूक्रेनी अधिकारियों ने देश के दक्षिणी कब्जे वाले खेरसॉन क्षेत्र को वापस लेने के लिए एक जवाबी कार्रवाई की घोषणा की. खेरसॉन क्षेत्र पर रूस की सेना ने कब्जा जमा लिया था.

क्या अगले साल भी जारी रहेगी जंग?

रिचर्ड मूरे ने कहा कि युद्ध में बड़ी संख्या में सैनिक खोने के बाद रूस अपनी सेना में संख्या बल बढ़ाने के लिए बेताब है. इस वजह से सैनिकों की आयु सीमा को बढ़ाकर 50 वर्ष कर दिया गया है. वॉर चीफ को 640 पाउंड प्रति माह की सैलरी और फ्री मेडिकल और डेंटल केयर का ऑफर दिया जा रहा है. रूस आगामी सर्दियों को देखते हुए ये तैयारियां कर रहा है, जो इस बात का संकेत हैं कि जंग अगले साल भी जारी रह सकती है.


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