अनोखी जगह जहां 3 देशों की सरहदें मिलती हैं, नहीं है बॉर्डर पार करने के लिए वीजा-पासपोर्ट की जरूरत

अगर आप कभी भारत के उत्तर-पश्चिमी छेत्रों में गए होंगे तो आपने भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर जरूर देखा होगा.

Update: 2021-12-27 05:31 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आप कभी भारत के उत्तर-पश्चिमी छेत्रों में गए होंगे तो आपने भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर (India-Pakistan Border) जरूर देखा होगा. कटीले तार, कड़ी सुरक्षा, ढेरों सुरक्षाकर्मी इस क्षेत्र की रक्षा में दिन-रात लगे रहते हैं. इंडिया-पाकिस्तान का बॉर्डर दुनिया की सबसे तनावपूर्ण सरहदों (Dangerous Borders of the World) में से एक है. मगर दुनिया में कुछ ऐसी भी सरहदें हैं जहां किसी भी तरह के तनाव का नाम-ओ-निशान नहीं है. इस वजह से इन बॉर्डर्स को आसानी से पार किया जा सकता है. आज हम आपको एक ऐसे ही बॉर्डर के बारे में बताने जा रहे हैं मगर अनोखी बात ये है कि इस जगह पर 2 नहीं, 3 देश (Amazing Place where 3 Countries Meet) मिलते हैं.

जर्मनी, नीदरलैंड्स और बेल्जियम (Germany, Netherlands, Belgium Border) एक दूसरे के अगल बगल तो है हीं, पर रोचक बात ये है कि इनके बॉर्डर भारत-पाकिस्तान की तरह तनावपूर्ण स्थिति में नहीं हैं. इन देशों के बॉर्डर को आसानी से पार किया जा सकता है. मगर इन तीनों देशों के बीच में एक ऐसी जगह है जहां ये आकर मिलते हैं. आपको लगेगा कि ये जरूर सुरक्षा से घिरी कोई जगह होगी जहां तार बिछे होंगे या सुरक्षाबल तैनात होगी मगर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है.
Full View
नीदरलैंड्स, जर्मनी और बेल्जियम की मिलती हैं सरहदें
नीदरलैंड्स के प्रांत लिमबर्ग (Limburg) में एक छोटा सा कसबा है जिसका नाम है वाल्स (Vaals). यूं तो ये अपनी खूबसूरती के लिए फेमस है मगर इस कसबे की सबसे बड़ी खासियत ये है कि यहां नीदरलैंड्स, जर्मनी और बेल्जियम के बॉर्डर मिलते हैं. 323 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये नीदरलैंड्स का सबसे ऊंचा स्थान है. यहां का बॉर्डर सबसे पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉट है जहां कई लोग घूमने आते हैं. इस जगह के बीचोंबीच एक नुकीले पत्थर बना है जिसके एक तरफ N लिखा है, एक तरफ B लिखा है जो बेल्जियम दर्शाता है और एक तरफ G लिखा है जिसका अर्थ जर्मनी है.
जमीन की लकीरें बताती हैं देश का बॉर्डर
यहां लोग एक कदम लांघ कर एक देश से दूसरे देश पहुंच सकते हैं और उन्हें ना ही पासपोर्ट की जरूरत पड़ती है और ना ही वीजा की. हैरानी की बात ये है कि यहां बॉर्डर सिर्फ जमीन पर बनी लकीरें हैं जो दर्शा रही हैं कि किस तरफ कौन सा देश है. आपको बता दें कि यूरोपियन यूनियन में आने वाले तमाम देशों ने ओपन बॉर्डर पॉलिसी को अपनाया है जिसके तहत लोग आसानी से एक जगह से दूसरी जगह यात्रा कर सकते हैं.
Tags:    

Similar News

-->