तुर्की: ईयू की सदस्यता खतरे में देख हुआ आक्रामक, यूरोपीय परिषद पर जवाबी हमला किया
मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप में यूरोपीय संघ में अपनी सदस्यता दांव पर लगती देख तुर्की ने यूरोपीय परिषद पर जवाबी हमला किया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप में यूरोपीय संघ में अपनी सदस्यता दांव पर लगती देख तुर्की ने यूरोपीय परिषद पर जवाबी हमला किया है। यहां के राष्ट्रपति तैय्यप अर्दोआन ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर परिषद उसके देश की अदालत का सम्मान नहीं करती तो वह भी परिषद का सम्मान नहीं करेगा।
उल्लेखनीय है कि परिषद ने तुर्की से उद्यमी व मानवाधिकार कार्यकर्ता ओस्मान कवाला पर हो रही कानूनी कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। ओस्मान को तुर्की ने देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में 2017 में गिरफ्तार किया था। उसे कई बार रिहा करके गिरफ्तार किया जा चुका है।
बुधवार को यूरोपीय परिषद ने ओस्मान के मानवाधिकार उल्लंघन की जांच के लिए यूरोपीय अदालत में मामला भेजा है। तुर्की यूरोपीय संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक है, लेकिन ताजा कार्रवाई में दोषी साबित हुआ तो उसकी सदस्यता भी निलंबित की जा सकती है। यही वजह है कि तुर्की आक्रामक रुख दिखाकर सदस्यता बचाने की कोशिश कर रहा है।
मार्च में तुर्की आएंगे इस्राइली राष्ट्रपति
इस्राइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोग मार्च के मध्य में तुर्की का दौरा कर सकते हैं। दोनों देशों के राष्ट्रपति तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए मिल रहे हैं।