अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर खोला गया तोरखम गेट, छात्रों को मिली बॉर्डर पार करने की अनुमति
अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर अपना परचम लहरा दिया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर अपना परचम लहरा दिया है. वहीं अफगानिस्तान में अब तालिबान अपनी नई सरकार का चलाने का अथक प्रयास कर रहा है. इस बीच अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर तोरखम गेट को खोल दिया गया है.
खोला गया तोरखम गेट
फिलहाल तालिबान ने वीजा और स्टिकर वाले यात्रियों के लिए अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर तोरखम गेट को खोल दिया गया है. एक स्थानीय मीडिया ने इस बात की पुष्टि की है. टोलोन्यूज ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है कि तोरखम गेट वीजा और स्टिकर वाले यात्रियों के लिए खुल गया है. इस बीच, पाकिस्तान ने एक हजार अफगान छात्रों को अफगानिस्तान लौटने के लिए तोरखम सीमा पार करने की अनुमति दी है.
अफगान छात्रों को मिली बॉर्डर पार करने की अनुमति
काबुल में पाकिस्तान के दूतावास के बयान का हवाला देते हुए मीडिया हाउस ने बताया कि एक हजार अफगान छात्रों को देश में तोरखम बॉर्डर पार करने की अनुमति दी गई थी. इस फैसले से उन छात्रों ने राहत की सांस ली है जो तालिबान के अधिग्रहण के बाद से पाकिस्तान में फंस गए थे. हालांकि इन छात्रों को दो अलग-अलग बैचों में पाकिस्तान से अफगानिस्तान जाने की अनुमति दी गई है.
लंबे समय से बंद है तोरखम क्रॉसिंग पॉइंट
बताया जा रहा है कि अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अफगानिस्तान में तालिबान ने कब्जा जमा लिया था. इस दौरान पाकिस्तान में तोरखम क्रॉसिंग प्वाइंट पर उचित गेट पास नहीं होने के कारण कई छात्र फंस गए थे. वहीं पाकिस्तान ने तालिबान के अधिग्रहण के बाद अफगानिस्तान के पूर्व में तोरखम क्रॉसिंग पॉइंट और दक्षिण-पूर्व में स्पिन बोल्डक को बंद कर दिया था.
बता दें कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी गुरुवार को काबुल के दौरे पर पहुंचे हैं. शाह महमूद कुरैशी अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच होने वाली द्वीपक्षीय वार्ता में शामिल होने के लिए वहां पहुंचे हैं. पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच होने वाले इस बैठक में दोनों देशों के बीच आंतरिक संबंधों, व्यापार के अलावा कई अन्य क्षेत्रों में संबंध को और अधिक मजबूत करने पर बात हुई.