इंडोनेशिया और भारत के लिए आज का दिन बेहद खास, पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णपुत्री इस्लाम छोड़ अपनाएंगी हिंदू धर्म
कई बार वो हिंदू धर्म में धार्मिक प्रमुखों के साथ बातचीत करती भी दिखाई दी हैं।
इंडोनेशिया और भारत के लिए आज का दिन बेहद खास है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज (मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021) इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की छोटी बेटी सुकमावती सुकर्णपुत्री इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म को अपनाने वाली हैं। ये इसलिए भी बेहद खास है कि इंडोनेशिया मुस्लिम बहुल देश है। उनके इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म को अपनाने की जानकारी सीएनएन इंडोनेशिया ने कुछ दिन पहले ही दी थी।
उनके धर्मपरिवर्तन की एक खास बात ये भी है कि उनके इस कदम का उनके भाइयों, गुंटूर सोएकर्णोपुत्र, और गुरुह सोएकर्णोपुत्र, और बहन मेगावती सोकर्णोपुत्री ने भी समर्थन किया है। इतना ही नहीं उनके इस कदम का स्वागत उनके बच्चों यानी मुहम्मद पुत्र परवीरा उतामा, प्रिंस हर्यो पौंड्राजरना सुमौत्रा जीवनेगारा, और गुस्ती राडेन आयु पुत्री सिनिवती ने भी स्वागात किया है।
हालांकि देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए इस समारोह में आम जनता को शामिल न होने का आग्रह किया गया है। हालांकि हिंदू धर्म अपनाने के इस समारोह के लिए कुछ खास लोगों को निमंत्रण कार्ड भेजा गया है। इसके अलावा इस समारोह में उनके परिवार के और करीबी लोग शामिल होंगे।
इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने का आयोजन बाली के बाले अगुंग सिंगराजा बुलेलेंग रेजेंसी के सुकर्णो सेंटर हेरिटेज एरिया में किया जाएगा। बता दें कि सुकमावती सुकर्णपुत्री सुकर्णो की तीसरी बेटी और पूर्व राष्ट्रपति मेघावती सुकर्णपुत्री की छोटी बहन हैं। बता दें कि वर्ष 2018 में इंडोनेशिया के कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों ने उनके खिलाफ ईश निंदा की शिकायत दर्ज कराई थी। संगठनों की तरफ से कहा गया था कि उन्होंने एक कविता पाठ के जरिए इस्लाम का अपमान किया। इन संगठनों की मांग थी कि सुकमावती इसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें। इसके बाद सुकमावती ने माफी भी मांग ली थी। इसकी जानकारी भी वहां की स्थानीय मीडिया ने ही दी थी। गौरतलब है कि इंडोनेशिया दुनिया में सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है।
सुकमावती के इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की खबर ने कई लोगों को हैरान कर दिया है। हालांकि उनके बारे में कहा जाता है कि वो काफी समय से हिंदू धर्म प्रभावित हैं। कई बार उन्हें हिंदुओं के सार्वजनिक समारोह में भी हिस्सा लिया है। कई बार वो हिंदू धर्म में धार्मिक प्रमुखों के साथ बातचीत करती भी दिखाई दी हैं।