शी जिनपिंग की गद्दी पर खतरा? जानें चीन के ताजा हाल

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Update: 2022-09-26 07:50 GMT

न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

नई दिल्ली: उज्बेकिस्तान में एससीओ (Shanghai Cooperation Organisation) मीटिंग में शामिल होकर चीन लौटने के बाद से ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अचानक गायब हो गए हैं. किसी भी सार्वजनिक मंच पर उन्हें देखा नहीं गया है. सोशल मीडिया पर अफवाह हैं कि चीन में तख्तापलट हो गया है और शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट किया गया है.
खास बात है कि यह अफवाह उस समय पर फैली है, जब चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग अपने तीसरे कार्यकाल की तैयारी कर रहे हैं. अगर जिनपिंग का तीसरा कार्यकाल शुरू हो जाता है तो चीन में यह राजनीतिक इतिहास बन जाएगा और चीन के सुप्रीम नेता रहे माओ जिडोंग के बाद शी जिनपिंग ऐसा करने वाले दूसरे व्यक्ति होंगे.
पूरी दुनिया सोशल मीडिया पर चीनी राष्ट्रपति के गायब हो जाने पर सवाल कर रही है, उसके बावजूद चीनी मीडिया चुप्पी साधे हुए बैठी है. चीन की मीडिया आम दिनों की तरह की न्यूज कवर कर रही है और एक भी कॉलम शी जिनपिंग के नाम पर नहीं चल रहा है. हालांकि, चीनी मीडिया बेशक चुप है, लेकिन इंटरनेशनल मीडिया मे यह सवाल बना हुआ है कि आखिर कहां हैं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कई एक्सपर्ट्स ने शी जिनपिंग के हाउस अरेस्ट और सत्ता के तख्तापलट को कोरी अफवाह बताया है. उनका मनाना है कि चीन में कड़े कोरोना नियमों के होने की वजह से चीनी राष्ट्रपति क्वारंटीन हैं, क्योंकि वे हाल ही में समरकंद से लौटे हैं, और चीन में यह नियम सभी के लिए अनिवार्य है कि जो भी विदेश से आएगा, उसे क्वारंटीन रहना होगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने चीनी राष्ट्रपति को लेकर एक ट्वीट किया, जो वायरल हो गया. स्वामी ने ट्वीट में लिखा, क्या चीनी राष्ट्रपति बीजिंग में हाउस अरेस्ट हैं? हाल ही में जब शी जिनपिंग समरकंद में थे, जब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने शी को सेना के अध्यक्ष पद से हटा दिया था, उसके बाद से ही अफवाह है कि उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है.
दूसरी ओर, News Highland Vision वेबसाइट ने चीन में सत्ता पलटने को लेकर बड़ा दावा किया. वेबसाइट के अनुसार, चीन में सीपीसी सेंट्रल कमिटी के सदस्यों की रक्षा करने वाले सेंट्रल गार्ड ब्यूरो (CGB) का नियंत्रण अब पूर्व चीनी राष्ट्रपति हू जिन्ताओ, एक्स प्रीमियर वेन जिआबो और पूर्व स्टैंडिंग कमिटी के मेंबर सोंग पिंग ने अपने हाथों में ले लिया है.
हाल ही में चीन में दो पूर्व मंत्रियों को मौत की सजा सुनाई गई थी. इस कठोर सजा के पीछे कारण दोनों मंत्रियों का भ्रष्टाचारी होना बताया जा रहा था. कई रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि इन दोनों मंत्रियों को इसलिए सजा दी गई, क्योंकि शी जिनपिंग के खिलाफ साजिश करने वाले समूह का हिस्सा थे. हालांकि, चीन की ओर से इसे करप्शन का ही मामला बताया गया.
चीन में शी जिनपिंग अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने के बाद, तीसरा कार्यकाल पूरी मजबूती के साथ तैयार हैं. नया कार्यकाल 16 अक्टूबर से शुरू होना है. इसी बीच तख्तापलट ने और भी कई अफवाहों को पैदा कर दिया है. इन्हीं अफवाहों में एक है कि 16 अक्टूबर को राष्ट्रपति के नाम पर शी जिनपिंग नहीं बल्कि जनरल ली क्विआओ के नाम पर मुहर लगेगी.
चर्चा तो यह भी है कि अभी से ही जनरल ली ने चीन की सत्ता कार्यकारी के रूप में संभाल ली है और 16 अक्टूबर तक औपचारिक प्रस्ताव पर मुहर लगा दी जाएगी. इन चर्चाओं का मतलब यह है कि चीन में पर्दे के पीछे से सेना ने अपना कब्जा जमा लिया है और सत्ता जनरल ली के नाम पर हो सकती है. हालांकि, इस बारे में चीनी सरकार और मीडिया, दोनों ही पूरी तरह चुप हैं.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नजरबंद होने की अफवाहों के बीच रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बीजिंग एयरपोर्ट से 6 हजार फ्लाइट कैंसिल कर दी गई हैं. इन उड़ानों में ना सिर्फ घरेलू बल्कि अंतराष्ट्रीय भी शामिल हैं. साथ ही कई हाई स्पीज रेल और हाई स्पीड ट्रेनों के लिए टिकटों की ब्रिकी पर रोक लगा दी गई है. हालांकि, अभी तक इस बारे में भी कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं मिली है.
जाहिर है, किसी कम्युनिस्ट देश में अचानक सत्ता का पलट जाना, कोई नई बात नहीं है. कई बार बाहर से सबकुछ ठीक लगता है, लेकिन अंदरूनी स्तर पर चीजें इतनी ज्यादा लीडर के खिलाफ पैदा हो जाती हैं कि तख्तापलट होने में देर नहीं लगती है.
हालांकि, शी जिनपिंग के मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दी होगी, क्योंकि अगर किसी चीन जैसे सुपर पावर में कोई नया सुप्रीमो कमान संभालता है तो पूरे विश्व में इसका डंका बजना तय है. ऐसे में सोशल मीडिया की अफवाहों में कितना दम है, यह तो तभी पता चल पाएगा, जब चीन की सरकार या मीडिया की ओर से आधिकारिक जानकारी मिलेगी.
फिलहाल दोनों ने ही चुप्पी साधी हुई है तो अभी इन चर्चाओं को सिर्फ अफवाह ही कहा जा सकता है. हालांकि, सोशल मीडिया पर लोग तो काफी बड़े दावे कर चुके हैं, उनमें से कुछ आप नीचे पढ़ सकते हैं.
एक चीनी यूजर ने ट्वीट करते हुए कहा है कि 22 सितंबर को शी जिनपिंग के अरेस्ट होने की अफवाहों के बीच सेना का काफिला बीजिंग के लिए जा रहा है. यूजर ने इसके साथ एक वीडियो भी ट्वीट की है.
वहीं एक अन्य यूजर ने कहा कि चीन में 59 परसेंट फ्लाइटों की उड़ान रद्द करने और वरिष्ठ अधिकारियों को जेल में डालने के तुरंत बाद बीजिंग जाते हुए सैन्य वाहनों की यह वीडियो सामने आई हैं.
इस ट्विटर यूजर का कहना है कि अगर इतना धुआं है तो कहीं न कहीं आग जरूर लगी है.

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