पाकिस्तान में और बुरे हो सकते हैं हालात, फंडिंग पर IMF ने लगाई रोक
पाकिस्तान का राजनीतिक संकट अब संवैधानिक संकट में बदल गया है
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान का राजनीतिक संकट अब संवैधानिक संकट में बदल गया है। इसके चलते पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा दी जाने वाली फंडिंग पर रोक लग गई है। इस्लामाबाद में आइएमएफ के प्रतिनिधि एस्थर पेरेज रुइज (Esther Perez Ruiz) ने कहा कि नई सरकार बनने के बाद फंड जारी होगा। वहीं, पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डान की रिपोर्ट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के 6 बिलियन डालर के कार्यक्रम को रोक दिया गया है और चालू महीने में अगली किश्त की मंजूरी की कोई संभावना नहीं है।यह तब हुआ है, जब प्रधानमंत्री इमरान खान ने टैक्स माफी योजना और ऊर्जा की कीमतों में कटौती से जुड़े एक बड़े राहत पैकेज की घोषणा की है।
एस्थर पेरेज रुइज ने कहा कि नई सरकार बनने के बाद आइएमएफ पाकिस्तान को अपना समर्थन जारी रखने के लिए तत्पर है। हम व्यापक आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए नीतियों पर जुड़े रहेंगे। साथ ही कहा कि आइएमएफ कार्यक्रमों के भीतर निलंबन की कोई अवधारणा नहीं है।
पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि उनके पास हैं अब केवल तीन विकल्प
इस बीच, पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि अब केवल तीन विकल्प बचे हैं, जिनमें वित्तीय और आर्थिक नीतियों के ज्ञापन पर आम सहमति के लिए बातचीत, जुलाई तक चुनाव की प्रतीक्षा करें और फिर आइएमएफ कार्यक्रम को सितंबर से आगे बढ़ाएं या मौजूदा कार्यक्रम को रद करें और नई सरकार के साथ आइएमएफ के साथ एक नए सौदे पर बातचीत करें।
नेशनल असेंबली को भंग किए जाने का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
बता दें कि इमरान खान ने रविवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नेशनल असेंबली (संसद) को भंग करने की सलाह दी है और नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की सिफारिश की। असंवैधानिक तरीके से नेशनल असेंबली को भंग किए जाने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सोमवार और मंगलवार को इस मामले पर सुनवाई हुई है।