नेपाल;नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल 'प्रचंड' ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव (बीआरआई) प्रोजेक्ट की नीतियों में व्यापक सुधार की जरूरत बताई है। प्रचंड ने काठमांडू में पदस्थ चीनी राजदूत छेन सोंग के समक्ष कहा कि बीआरआई की ऋण और निवेश नीति में यदि सुधार नहीं किया गया तो नेपाल जैसे देश के लिए इस पर आगे बढ़ना मुश्किल होगा।
चीनी राष्ट्रपति सी जिनपिंग के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बीआरआई के 10 वर्ष पूरा होने पर रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि नेपाल बीआरआई प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ाने का इच्छुक है। हम बीआरआई के जरिए नेपाल में विकास को गति देना चाहते हैं, लेकिन इसकी ऋण एवं निवेश की नीतियां हमारे अनुकूल नहीं है। इस कार्यक्रम का आयोजन नेपाल-चीन मैत्री फोरम ने किया था।
प्रचंड ने कहा कि वैश्विक रूप से बीआरआई के आर्थिक पक्ष को लेकर जो संदेह है उसको लेकर चीन को गंभीर होने की जरूरत है। बीआरआई प्रोजेक्ट के तहत जो ऋण उपलब्ध कराया जाता है उसकी दरें पूरी दुनिया में सर्वाधिक हैं। चीन बीआरआई के तहत पांच प्रतिशत ब्याज पर ऋण देता है, जबकि अन्य कोई देश या निकाय 0.5 प्रतिशत से लेकर 0.25 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराता है।
नेपाल वर्ष 2017 में ही बीआरआई में सहभागी होने के लिए हस्ताक्षर कर चुका है, लेकिन 6 साल बाद आज भी नेपाल में बीआरआई के एक भी प्रोजेक्ट पर काम नहीं हो सका है। हालांकि चीन पोखरा स्थित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को बीआरआई के अंतर्गत होने का दावा करता रहा है और नेपाल भी चीन के इस दावे को सिरे से खारिज करता आ रहा है।