सनकी सीरियल किलर की कहानी डराती है! 42 महिलाओं को बनाया निशाना

तलाशी के दौरान उसके घर से बांका, रबर के दस्ताने, सेलोटेप और लाइलॉन के बोरे मिले।

Update: 2024-07-21 06:08 GMT

सांकेतिक तस्वीर

नैरोबी: केन्या की राजधानी नैरोबी में एक सनकी सीरियल किलर के घर से हैरान करने वाली चीजें मिली हैं। वहीं सीरियल किलर का कबूलनामा भी बेहद डरावना है। पुलिस के मुताबिक कॉलिन्स जुमैसी खालुशा को लोग 'पिशाच' कहते हैं। 33 साल के आरोपी ने अब तक कम से कम 42 महिलाओं की हत्या की है जिसमें उसकी पत्नी भी शामिल है। वह हत्या के बाद महिलाओं के शव की दुर्दशा कर देता था और फिर उसे नाइलॉन की बोरी में पैक कर देता था। आरोपी नैरोबी में ही एक पुलिस थाने के पास स्लम में जाकर इन लाशों को फेंक देता था। तलाशी के दौरान उसके घर से बांका, रबर के दस्ताने, सेलोटेप और लाइलॉन के बोरे मिले।
केन्या में इन दिनों लिंग आधारित हिंसा और राजनीतिक उथल-पुथल के बीच यह केस सामने आया है। ऐसे में विपक्षी दलों का यह भी कहना है कि सरकार प्रमुख मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस मामले को तूल दे रही है। दरअसल नैरोबी के एक स्लम में जब 9 कंकाल पाए गए तब मामले की छानबीन शुरू हुई। यहां स्थानीय लोग कूड़ा फेंका करते थे। उस में खालुशा शवों को फेंक जाता था। इसके बाद पास ही रहने वाले खालुशा ने स्वीकार किया कि वह महिलाओं को लालच देता है और फिर हत्या करके फेंक देता है।
कोर्ट में बताया गया कि खालुशा ने अपना जुर्म कबूल किया है। उसने 2022 से अब तक 42 महिलाओं की हत्या की जिसमें उसकी पत्नी भी शामिल है। खालुशा के घर से पुलिस को कई सारे मोबाइल फोन, आई कार्ड. नाइलॉन के बोरे मिले। खालुशा की शिकार हुई महिलाओं में 26 साल की जोसेफीन ओविनो भी थीं। एक दिन उन्हें एक फोन आया और इसके बाद वह लापता हो गईं। उनकी बहन पेरिस केया ने उनको ढूंढना शुरू किया और फिर पता चला कि कूड़े के ढेर पर उनका शव पाया गया।
फॉरेंसिक जांच में पता चला कि ज्यादातर शवों के धड़ मौजूद थे लेकिन सिर गायब थे। केवल एक पूरा शवपाया गया था। किसी भी शव पर गोलियों के निशान नहीं थे। एक का गला दबाकर मारा गयाथा। अब केन्या की पुलिसी की भी जमकर आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि इतने दिनों मे पुलिस एक भी लापता महिला की तलाश नहीं कर पाई और ना ही उसे सीरियल किलर के बारे में पता चला। वहीं जहां शव फेंके जाते थे वह जगह पुलिस स्टेशन के ही पा है।
बता दें कि केन्या पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक समस्या से जूझ रहा है। लोग भ्रष्टाचार और कर बढ़ाने को लेकर सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर चुके हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि प्रशासन खालुशा के केस के जरिए लोगों का ध्यान बांटना चाहता है। खालुशा के वकील ने कोर्ट में कहा कि उसकी मानसिक स्थिति और स्वास्थ्य पर गौर करना चाहए। कोर्ट ने खालुशा के हिरासत की अवधि बढ़ा दी है।
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