
बांग्लादेश | अगले आम चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, देश में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया दिसंबर 2025 या जून 2026 में पूरी हो सकती है। हालांकि, विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और अन्य संगठनों ने निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने की मांग की है।
BNP ने संयुक्त राष्ट्र से की दखल देने की अपील
BNP नेताओं ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस से मुलाकात की और बांग्लादेश में निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक समुदाय के हस्तक्षेप की मांग की। विपक्षी दल का आरोप है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है और लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन कर सकती है।
चुनाव में पारदर्शिता को लेकर विपक्ष की चिंता
- BNP और अन्य विपक्षी दलों का कहना है कि चुनावी प्रक्रिया स्वतंत्र होनी चाहिए।
- वे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की निगरानी की मांग कर रहे हैं।
- BNP का आरोप है कि पिछले चुनावों में अनियमितताएं देखी गई थीं, जिससे लोकतंत्र कमजोर हुआ।
शेख हसीना सरकार का रुख
वर्तमान प्रधानमंत्री शेख हसीना की आवामी लीग (Awami League) सरकार ने अभी तक चुनाव की संभावित तारीख को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, सरकार का दावा है कि चुनाव निष्पक्ष और संविधान के अनुसार होंगे।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें बांग्लादेश पर
- संयुक्त राष्ट्र चुनावी प्रक्रिया की निगरानी कर सकता है।
- अमेरिका और यूरोपीय संघ पारदर्शी चुनाव की अपील कर चुके हैं।
- चीन और भारत ने बांग्लादेश की आंतरिक राजनीति में किसी भी प्रकार के दखल से बचने की नीति अपनाई है।
निष्कर्ष
बांग्लादेश में आगामी चुनावों को लेकर अटकलें तेज हैं। विपक्ष और अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं निष्पक्ष चुनाव की मांग कर रही हैं, जबकि सरकार कह रही है कि चुनाव संविधान के तहत होंगे। अब देखना होगा कि क्या वास्तव में चुनाव पारदर्शी होंगे या फिर राजनीतिक तनाव और बढ़ेगा।
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