शादी में गाया गाना तो भड़का तालिबान, बीच सड़क पर गायकों के गले में तबला-हार्मोनियम लटकाकर घुमाते तालिबान के लड़ाके, घटना का वीडियो आया सामने
अफगानिस्तान में तालिबान की लोगों पर अन्यायपूर्ण कार्रवाइयों का दौर जारी है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) की लोगों पर अन्यायपूर्ण कार्रवाइयों का दौर जारी है. दरअसल, तालिबान ने कुनार प्रांत में एक शादी समारोह से दो स्थानीय गायकों को गिरफ्तार किया. इसके बाद उनके गले में वाद्य यंत्रों को लटका दिया और इस तरह से उन्हें सजा दी. तालिबान की पूर्ववर्ती सरकार में गाने-बजाने पर रोक लगाई गई थी. लेकिन पिछले साल एक बार फिर सत्ता में लौटने के बाद तालिबान ने कहा कि वह पहले से बदल चुका है और संगीत आदि पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई जाएगी. हालांकि, इस मामले ने एक बार फिर तालिबान के असली रूप को दुनिया के सामने रख दिया है.
युद्धग्रस्त मुल्क में मौजूद मीडिया आउटलेट पायेक मीडिया ने ट्वीट किया, 'तालिबान ने कुनार प्रांत में एक शादी समारोह से दो स्थानीय गायकों को गिरफ्तार किया और उनके गले में वाद्य यंत्र लटकाकर उन्हें सजा दी.' घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पांच तालिबानी लड़ाकों को हथियारों के साथ देखा जा सकता है. वहीं, युवकों के गले में तबला और हार्मोनियम को लटके हुए देखा गया. इस दौरान दोनों युवकों के हाथ पीछे की ओर हैं. जनवरी के मध्य में, इसी तरह की एक घटना में तालिबान ने अफगानिस्तान (Taliban in Afghanistan) के पक्तिया प्रांत में एक संगीतकार के सामने एक संगीत वाद्ययंत्र को जला दिया था.
शादियों में म्यूजिक हुआ बैन
एक अफगान पत्रकार द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में देखा गया कि अपने संगीत वाद्ययंत्रों को जलता देख संगीतकार बिलख-बिलख कर रो रहा था. अफगानिस्तान के एक वरिष्ठ पत्रकार अब्दुलहक ओमेरी द्वारा पोस्ट किए गए एक वायरल वीडियो से यह भी पता चलता है कि बंदूक वाला एक व्यक्ति संगीतकार पर हंस रहा था, जबकि दूसरा उसकी दयनीय स्थिति का वीडियो बना रहा था. वहीं, ओमेरी ने ताजा घटना का भी वीडियो पोस्ट किया है और बताया है कि किस तरह से संगीतकारों के साथ सलूक किया गया है. तालिबान ने शादियों में लाइव म्यूजिक को बैन कर दिया है और पुरुष एवं महिला को अलग हॉल में सेलिब्रेट करने को कहा है.
महिलाओं को टीवी पर दिखाने पर लगी रोक!
तालिबान के 'प्रोमोशन ऑफ वर्चु एंड वाइस ऑफ प्रिवेंशन' के मंत्रालय ने भी धार्मिक दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसमें अफगानिस्तान के टीवी चैनलों को नाटक और टीवी सीरियल में महिलाओं को दिखाना बंद करने को कहा गया था. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि तालिबान ने कहा था कि इन नए दिशानिर्देशों को लागू नहीं किया जा सकता है. लेकिन तालिबान के इतिहास को देखते हुए इस बात का डर था कि वह देश में शरिया कानून को लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. तालिबान की वापसी के बाद से ही अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति दयनीय हो गई है.