समुद्र किनारे 1428 डॉल्फिन के शव का दिल दहला देने वाला दृश्य, पुरानी परंपरा निभाने के लिए किया गया ऐसा
इस इवेंट में तकरीबन 1428 डॉल्फिन को मारा गया
कोपनहेगन: समुद्र किनारे डॉल्फिन के शव. एक पुरानी पंरपरा (Old Tradition) निभाने के लिए डेनमार्क के स्वामित्व वाले फरो आइलैंड पर 1400 से ज्यादा डॉल्फिन का कत्लेआम (dolphins slaughtered) मचा दिया गया. इस घटना के बाद दुनिया भर में इस घटना का विरोध (Anger over old tradition) शुरू हो गया है. एक एनिमल एक्टिविस्ट ग्रुप ने समुद्र के किनारे मरीं पड़ीं इन सैकड़ों डॉल्फिन का वीडियो भी शेयर किया है. समुद्र का पानी खून से लाल है और तस्वीरें देखने वालों के रोंगटे खड़े हो रहे हैं. डॉल्फिन का शिकार इस द्वीप पर आयोजित होने वाले 'ग्रिंड' नामक एक पारंपरिक हंटिंग इवेंट के दौरान किया गया. इस इवेंट में तकरीबन 1428 डॉल्फिन को मारा गया.
बेरहमी से किया शिकार
एनिमल वेलफेयर ग्रुप शी शेफर्ड ने 12 सितंबर को डॉल्फिन के शिकार की तस्वीरें शेयर की थी. उन्होंने लिखा कि शिकारियों ने पहले डॉल्फिन के झुंडों को घेरकर उथले पानी की ओर खदेड़ा और बाद में चाकू और दूसरे नुकीले हथियार गोद कर उन्हें मार डाला. डॉल्फिन से इतना खून निकला कि समुंद्र का किनारा पूरा लाल हो गया.
क्या है ग्रिंड समारोह?
ग्रिंड परंपरागत समारोह है. इसे सैकड़ों साल पहले शुरू किया गया था. यह इवेंट कानूनी रूप से मान्य है. इसमें शिकार किया जाता है. शिकार हर साल गर्मियों में आयोजित होता है. समुद्र में पाए जाने वाले जलजीव का शिकार किया जाता है. शिकार की हत्या के बाद उसके मांस को ये शिकारी खाते हैं.
दिल दहला देने वाला है दृश्य
एनिमल वेलफेयर समूह का दावा है कि डॉल्फिन की संख्या इतनी ज्यादा है कि इनके मांस का पूरा उपयोग नहीं किया जा सकेगा. दृश्य वाकई दिल दहलाने वाला है. हम इंसानी पंरपरा के नाम पर बेजुबान की जान लेने से बाज नहीं आते हैं. बेजुबान को शिकार के नाम पर, बलि के नाम पर मार देना किसी भी तरह सही नहीं ठहराया जा सकता. इसका विरोध होना चाहिए.