शिनजियांग मुद्दे का जिक्र की नाइकी तो भड़का ड्रैगन, कहा- आंतरिक मामलों में टिप्पणियां बर्दाश्त नहीं

‘एच एंड एम’ (H&M) और नाइकी (Nike) एवं न्यू बैलेंस (New Balance) जैसे कपड़े और जूतों की कंपनियों ने शिनजियांग (Xinjiang) में उइगुर मुस्लिमों पर होने वाले अत्याचारों का मुद्दा उठाया है

Update: 2021-03-25 15:37 GMT

'एच एंड एम' (H&M) और नाइकी (Nike) एवं न्यू बैलेंस (New Balance) जैसे कपड़े और जूतों की कंपनियों ने शिनजियांग (Xinjiang) में उइगुर मुस्लिमों पर होने वाले अत्याचारों का मुद्दा उठाया है. इस पर चीन (China) भड़क उठा है और उसने शिनजियांग में मानवाधिकार उल्लंघन का जिक्र करने पर इन विदेशी कंपनियों की निंदा की है. गौरतलब है कि चीन पर आरोप लगते हैं कि वह शिनजियांग में उइगुर मुस्लिमों के ऊपर अत्याचार कर रहा है.

दरअसल, चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) की यूथ लीग ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया एकांउट पर 'एच एंड एम' के मार्च 2020 के एक बयान का जिक्र किया. इसमें कहा गया था कि वह शिनजियांग में उगाया गया कपास नहीं खरीदेगा. स्वीडन के इस ब्रांड ने कहा था कि वह शिनजियांग क्षेत्र में जबरन मजदूरी कराए जाने की खबरों से बेहद चिंतित है. वहीं, चीन का कहन है कि वह आंतरिक मामलों में टिप्पणियों को बर्दाश्त नहीं करेगा.इन प्रमुख कंपनियों ने शिनजियांग के कपास पर टिप्पणी
कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र 'ग्लोबल टाइम्स' ने गुरुवार को कहा कि अन्य कंपनियों-बारबेरी, एडिडास, नाइकी और न्यू बैलेंस ने भी दो वर्ष पूर्व शिनजियांग के कपास को लेकर प्रतिकूल टिप्पणियां की थीं. मशहूर गायक और अभिनेता वांग सिबो सहित अन्य हस्तियों ने भी 'एच एंड एम' तथा नाइकी के साथ विज्ञापन अनुबंध समाप्त करने के घोषणा की थी. विदेशी विश्लेषकों और सरकारों के अनुसार चीन के शिनजियांग प्रांत में दस लाख से अधिक लोगों को कामकाजी शिविरों में कैद कर रखा गया है और उनसे जबरन काम कराया जाया है.
अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने चीनी अधिकारियों पर लगाया प्रतिबंध
चीन के इन शिविरों में काम करने वाले ज्यादातर लोग उइगर मुस्लिम जातीय समूह से हैं. सोमवार को यूरोपीय संघ, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने संयुक्त रूप से चीन के चार वरिष्ठ अधिकारियों पर यात्रा प्रतिबंध और वित्तीय प्रबिबंध लगाने की घोषणा की थी. चीन के सरकारी टेलीविजन पर बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा गया, एच एंड एम कैसे चीनी चावल खाकर उस बर्तन को तोड़ सकती है.
कंपनियों पर दबाव बना बातें मनवाता है चीन
बीजिंग अक्सर ही विदेशी कपड़ों के ब्रांड, ऑटो ब्रांड, यात्रा और अन्य ब्रांडों पर कार्रवाई करता है या उन पर दबाव बनाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि ये कंपनियां ताइवान, तिब्बत और अन्य संवेदनशील मुद्दों पर अपना आधिकारिक बयान चीन सरकार के अनुरूप कर सकें. कंपनियों को चीन के बड़े मार्केट में पहुंच के लिए ऐसा करने पर मजबूर होना पड़ता है. लेकिन शिनजियांग एक अलग तरह का मसला है. शिनजियांग पर नहीं बोलने की वजह से इन कंपनियों को अपने देश में लोगों से आलोचना का सामना करना पड़ता है.


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