सस्ते घर का आविष्कार करने वाले भारतीय को राष्ट्रमंडल पुरस्कार से नवाजा गया, जानें क्यों है खास
भारत के 20 वर्षीय वास्तुशास्त्र के एक छात्र को इस वर्ष सतत विकास के लिए राष्ट्रमंडल पुरस्कार से नवाजा गया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत के 20 वर्षीय वास्तुशास्त्र के एक छात्र को इस वर्ष सतत विकास के लिए राष्ट्रमंडल पुरस्कार से नवाजा गया है. उसने कोविड-19 पृथक-वास और भूकंप तथा बाढ़ जैसे कठिन मौसम में आवास के लिए सस्ते घर का आविष्कार किया है. यह पुरस्कार दुनिया भर में 15 लोगों को दिया गया है. नयी दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की पढ़ाई कर रहे कैफ अली को प्रीफैब्रिकेटेड सतत आवास 'स्पेसइरा' की डिजाइनिंग के लिए पुरस्कृत किया गया है. यह घर न केवल खतरनाक वायरस के संचरण को कम करता है बल्कि भविष्य में दुनिया भर के शरणार्थियों के लिए आवास की समस्या को भी दूर कर सकता है.
विजेता के तौर पर कैफ को तीन हजार ब्रिटिश पाउंड की राशि मिलेगी और वह राष्ट्रमंडल देशों के सहयोगियों के साथ मिलकर अपने आविष्कार को और उन्नत बना सकेगा.
उसने कहा, ''राष्ट्रमंडल अनुसंधान पुरस्कार जीतने से मेरा विश्वास काफी बढ़ गया है तथा मुझे और अधिक मेहनत करने और सतत भविष्य के लिए अभूतपूर्व समाधान खोजने की प्रेरणा मिली है.''