शहर के सख्त लॉकडाउन से तंग आ चुके है चीनी, कोरोना मरीजों के लिए घर छोड़ने को कहा तो पुलिस से लड़ गए लोग
राष्ट्रपति शी चिनफिंग परंपरा से अलग खुद के लिए तीसरे पांच साल का कार्यकाल हासिल करना चाहते हैं।
चीन के शंघाई में कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर के लोग सख्त लॉकडाउन से तंग आ चुके हैं। इस बीच यहां पाबंदियों में ढील देने की प्रक्रिया शुरू हुई है, जिसके तहत उनके 2.5 करोड़ लोगों में से अधिकतर को उनके घरों तक सीमित कर दिया गया था। पाबंदियों में यह ढील तब दी जा रहा है जब लोगों ने भोजन मिलने में परेशानी की शिकायत की। हालांकि यहां अधिकांश व्यवसाय अभी भी बंद हैं।
शंघाई में इस समय हर दिन करीब 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना संक्रमितों की तादात इतनी ज्यादा हो गई है कि उन्हें क्वारंटाइन करने की जगह नहीं मिल रही है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में लोग पुलिस से लड़ते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल, ये पुलिस इनका घर कोरोना मरीजों के लिए खाली कराना चाहती थी, जिसका इन्होंने विरोध किया।
लोगों को दवाएं हासिल करने में भी परेशानी
शंघाई में एक डेटा विश्लेषक ग्रेप चेन ने कहा कि वह अपने पिता के लिए दवाएं हासिल करने को लेकर चिंतित थी, जो मस्तिष्काघात से ठीक हो रहे हैं। एक आधिकारिक हॉटलाइन से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद उसने पुलिस को फोन किया, लेकिन उसे कहा गया कि क्वारंटाइन नियम अधिकारियों को मदद करने से रोकते हैं। उन्होंने कहा कि हम देश के साथ सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन हम यह भी आशा करते हैं कि हमारे जीवन का सम्मान किया जाएगा।
अर्थव्यवस्था में मंदी को दूर करने के प्रयास को झटका
अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी कि 1.4 अरब लोगों को अनाज मुहैया कराने वाले चीनी किसानों का वसंत बुवाई बाधित हो सकती है। इससे आयातित गेहूं और अन्य खाद्य पदार्थों की मांग बढ़ सकती है, जो पहले से ही उच्च वैश्विक कीमतों को बढ़ा सकती है। पाबंदियां सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के लिए एक शर्मिंदगी है और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मंदी को दूर करने के सरकारी प्रयासों के लिए एक झटका है। यह ऐसे समय सामने आया है जब राष्ट्रपति शी चिनफिंग परंपरा से अलग खुद के लिए तीसरे पांच साल का कार्यकाल हासिल करना चाहते हैं।