बाइडन सरकार ने किया अमेरिकी संसद में इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल पेश, लेकिन अपनी ही पार्टी से विरोध का खतरा
बाइडन सरकार ने गुरुवार को अमेरिकी संसद में एक ट्रिलियन डॉलर का इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल पेश किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बाइडन सरकार ने गुरुवार को अमेरिकी संसद में एक ट्रिलियन डॉलर का इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल पेश किया है. अमेरिका संसद में इसी पर बहस और वाेटिंग होनी है. बाइडन सरकार इस बिल पर बहुमत जुटाने की कोशिश कर रही है. हालांकि बाइडन को अपनी पार्टी में इस बिल पर विरोध का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन उन्हें इस बिल के पास होने की उम्मीद है. वहीं, वरिष्ठ अमेरिकी पत्रकार और तीन बार पुलित्ज़र अवॉर्ड से सम्मानित थाॅमस एल. फ्रीडमैन ने आशंका जताई है कि इस बिल पर बाइडन सरकार को बहुमत जुटाना ही होगा, ऐसा न करने पर उनकी सरकार गिर सकती है और ट्रंप के रिपब्लिकन्स, संसद और सीनेट पर फिर कब्जा कर ट्रंप को व्हाइट हाउस ले सकते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार फ्रीडमैन का मानना है कि अमेरिका में पिछले राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election 2020) में जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Former president Donald Trump) हार रहे थे, तब उन्होंने चुनाव में धोखाधड़ी का मनगढ़ंत आरोप लगाया था. वह व्हाइट हाउस से जाने को तैयार ही नहीं थे और चुनावों के नतीजे आने के बाद भी उन्होंने अपनी हार स्वीकार नहीं की थी. वह सत्ता में बने रहने के लिए उपराष्ट्रपति, न्याय विभाग और उनकी रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party in US) के विधायकों के साथ तख्तापलट की कोशिश में थे. फ्रीडमैन का कहना है कि ट्रंप के इन गलत कामों में पूरा रिपब्लिकन गुट बेशर्मी से उनके आगे झुक गया. वे सभी सबसे बड़े राजनीतिक पाप के भागीदार हैं.
फ्रीडमैन बताते हैं कि रिपब्लिकन पार्टी की करतूतें सामने आने (जैसे बोगस ऑडिट, फर्जी आरोप आदि लगाना) से इसमें कोई शक नहीं रह गया कि अमेरिका का लोकतंत्र में 245 वर्षों का प्रयोग बेहद सकंट में है. वहीं, रिपब्लिकन नेता और वायोमिंग की सांसद लिज चेनी लगातार डोनाल्ड ट्रंप को लोकतंत्र का खतरा बताते हुए दोबारा चुनाव लड़ने का जोखिम उठाने को तैयार हैं. वह पार्टी के खिलाफ खड़ी हुई हैं.
क्या लोकतंत्र बचाने आगे आएंगे डेमोक्रेट्स?
फ्रीडमैन सवाल करते हैं कि जिस तरह पार्टी से ऊपर उठकर लिज चेनी को अमेरिकी लोकतंत्र की चिंता है, क्या डेमोक्रेट देश बचाने के लिए उन जैसा जोखिम उठा पाएंगे? उन्हांेने कहा, "जब दो-दलीय व्यवस्था में एक पार्टी (रिपब्लिकन पार्टी) कपटी हो जाए तो दूसरी को कदम उठाने होते हैं. डेमोक्रेट्स को तीन चीजें एक साथ करनी होंगी: अपना एजेंडा बढ़ाना, चुनावों की अखंडता की रक्षा करना और ट्रंप-अनुयायियों वाली रिपब्लिकन पार्टी को फिर से सत्ता में आने से रोकना. यह बहुत बड़ा काम है.'
…नहीं तो ट्रंप वापस पहुंच जाएंगे व्हाइट हाउस
वरिष्ठ पत्रकार के मुताबिक, सभी डेमोक्रेट्स मिलकर सीनेट और संसद में इंफ्रास्ट्रक्चर बिल, मतदाता अधिकार बिल और 'बिल्ड बैक बेटर' कानून के लिए जरूरी बहुमत तैयार करें. इसके लिए नरम दलीय (मॉडरेट्स) और प्रगतिशील (प्रोगेसिव) डेमोक्रेट्स को समझौता करना होगा. अगर ये बड़े बिल पास नहीं होते हैं, बाइडन सरकार गिर जाती है और ट्रंप के रिपब्लिकन्स, संसद और सीनेट पर फिर कब्जा कर ट्रंप को व्हाइट हाउस में ले आते हैं तो फिर कोई मौका नहीं बचेगा.
और क्या वाकई में बाइडन का व्हाइट हाउस तमाम दबावों के बीच समझौते को तैयार है? इन बिलों से जनता में काफी ऊर्जा आ सकती है, जिन्हें सिर्फ सामाजिक सुधार न कहा जाए, बल्कि इसकी ठोस बातें उजागर की जाएं जैसे बीमार और बुर्जगों के लिए घर में देखभाल, सस्ती दवाएं, स्वच्छ ऊर्जा आदि. साथ ही व्हाइट हाउस को इसका प्रचार सिर्फ शहरी डेमोक्रेट्स में नहीं, बल्कि ग्रामीण रिपब्लिकन्स में भी करना होगा.