अफगानिस्तान में भयावह मंजर, भूकंप के बाद 1000 से ज्यादा हुआ मरने वालों का आंकड़ा, अब तालिबान...
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में बुधवार को आए भूकंप में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वहीं, करीब 1500 लोग घायल बताए जा रहे हैं. भूकंप से सैकड़ों घर भी तबाह हो चुके हैं. गुरुवार तक लोगों को मलबे से निकालने का काम जारी है. अफगानिस्तान में आए भूकंप से पक्तिका, काबुल, गजनी, लोगार, जलालाबाद और लगमन बुरी तरह से प्रभावित बताए जा रहे हैं. तालिबान शासन की ओर से मृतकों के परिजनों को एक लाख अफगानी (अफगानिस्तान की मुद्रा) और घायलों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है.
अफगानिस्तान में बुधवार को आए भूकंप को दो दशकों में सबसे अधिक विनाशकारी बताया जा रहा है. अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है. भूकंप की तीव्रता 6.1 थी. इतना ही नहीं भूकंप के केंद्र की गहराई महज 10 किमी बताई जा रही है. इस भूकंप से आर्थिक संकट झेल रहे अफगानिस्तान के तालिबान शासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.
तालिबान ने पिछले साल अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. उधर, भूकंप प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू अभियान चलाने के लिए हेलिकॉप्टर की भी सहायता लेनी पड़ी. उधर, तालिबान शासन ने अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है. अफगानिस्तान की आपात सेवा के अधिकारी सराफुद्दीन मुस्लिम ने कहा , किसी देश में जब इस तरह की कोई बड़ी आपदा आती है तब अन्य देशों की मदद की जरूरत पड़ती है.
भूकंप के झटके पाकिस्तान में भी महसूस किए गए थे. पाकिस्तान के मौसम विभाग के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में खोस्त शहर से करीब 50 किमी दक्षिणपश्चिम में था. खोस्त प्रांत में इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है. इससे पहले 2002 में उत्तरी अफगानिस्तान में आए भूकंप में भी करीब 1000 लोगों की मौत हुई थी. वहीं, 1998 में अफगानिस्तान के उत्तरपूर्वी इलाके में 6.1 की तीव्रता वाले भूकंप में 4500 लोगों की मौत हुई थी.