दुनिया में बढ़ा तनाव, इंग्लैंड को मिला नया नाम 'यूरोप का बीमार'
कोरोना वायरस का नया प्रकार मिलने के बाद ब्रिटेन का नया नाम 'यूरोप का बीमार' देते हुए सोमवार को संपर्क काट लिया।
कोरोना वायरस का नया प्रकार मिलने के बाद ब्रिटेन का नया नाम 'यूरोप का बीमार' देते हुए सोमवार को महाद्वीप के कई देशों ने उससे संपर्क काट लिया। ब्रिटेन में जहां इससे हाहाकार मचा हुआ है वहीं पूरी दुनिया फिर से तनाव में आ गई है।
ब्रिटेन के सुपरमार्केट में आपूर्ति रुकती जा रही है। परिजनों के पास जाने को आतुर लोगों में भय का माहौल है। पीएम बोरिस जॉनसन द्वारा यहां मिलने वाले वायरस के नए रूप को देश के लिए बेहद खतरनाक बताने के बाद बाकी देश खुद को बचाने में जुट गए हैं। इससे ब्रिटेन के हालात विकट होते जा रहे हैं।
ब्रिटेन सरकार ने लंदन व आसपास के क्षेत्रों में करीब 1.60 करोड़ लोगों पर पाबंदियां सख्त कर दी हैं। वहीं क्रिसमस को लेकर दी जा रही छूट भी वापस ली जा रही है। कई यूरोपीय देशों ने यहां के लिए सामान परिवहन पर पाबंदियां लगानी शुरू कर दी हैं। इसका सबसे ज्यादा नुकसान सुपरमार्केट को हो रहा है, जिनके पास सप्लाई रुक गई है।
ब्रिटेन की दूसरी सबसे बड़ी सुपरमार्केट चेन सेन्सबरी ने बयान दिया कि अगर यूरोप से फिर से संपर्क कायम कर जल्द सप्लाई शुरू नहीं होती है तो कुछ ही दिनों में स्टोर खाली नजर आने लगेंगे। ब्रिटेन साल के इस समय में सब्जियां व फलों से लेकर कई अन्य खाद्य पदार्थो की सप्लाई के लिए यूरोप व विश्व के अन्य देशों पर निर्भर रहता है।
पाउंड और स्टॉक एक्सचेंज में गिरावट
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाउंड में 2 सेंट की गिरावट दर्ज हुई। एक पाउंड 1.3 279 डॉलर का हो गया। यहां के स्टॉक एक्सचेंज एफटीएससी में 2.8 प्रतिशत तक गिरावट आई। ब्रिटिश एयरवेज की कंपनी आईएजी के स्टॉक 15 प्रतिशत गिरे तो ईजी जेट व विज एयर होल्डिंग भी करीब 11 प्रतिशत गिरे। इसका असर दुनिया भर के बाजारों पर भी दिखा और सभी बाजारों में गिरावट दर्ज की गई।
ब्रिटेन में सामान खरीदने उमड़ी भीड़
दुनिया के दूसरे देशों और फ्रांस द्वारा सीमा बंद करने के एलान के बाद ब्रिटेन के सुपर मार्केट में लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने इतनी खरीदारी कर ली कि कई सुपरमार्केट खाली हो गए। लोगों को खाने-पीने का जो भी सामान मिला वह खरीद कर भागने में जुटे रहे।
अचानक हुए इस फैसले के ब्रिटेन के लोगों में अफरा-तफरी मच गई और दुकानों पर भीड़ लगने से अव्यवस्था की स्थिति हो गई। लोगों को क्रिसमस और नए वर्ष से पहले हालात अधिक खराब होने की आशंका है इस कारण लोगों ने जरूरी सामान खरीद कर घर में भर लिया है।