श्रीलंका के मुख्य विपक्षी नेता ने मांगी चीन से मदद
मुख्य विपक्षी नेता ने मांगी चीन से मदद
कोलंबो, एएनआइ। श्रीलंका की खराब होती स्थिति कब सही होगी इस बारे में फिलहाल कहना काफी मुश्किल है। इस बीच श्रीलंकाई विपक्षी नेता साजिथ प्रेमदासा ने बुधवार को श्रीलंका में चीन के राजदूत क्यूई जेनहोंग से मुलाकात की। यह मुलाकात विपक्षी नेता के कार्यालय में हुई। कोलंबो पेज की रिपोर्ट के अनुसार, प्रेमदासा और चीन के राजदूत के बीच श्रीलंका के बुरे आर्थिक हालात पर चर्चा हुई। बातचीत के दौरान प्रेमदासा ने चीन से मदद मांगी है। बता दें कि इस वक्त श्रीलंका राष्ट्र संकट का सामना कर रहा है। इसके अलावा, प्रेमदासा ने कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को विकास की पटरी पर लाने के लिए चीन मदद करे। उन्होंने जेनहोंग से श्रीलंका की मौजूदा स्थिति में हस्तक्षेप करने का आग्रह भी किया है।
श्रीलंका को पारदर्शिता के साथ संचालित किया जाएगा
बता दें कि प्रेमदासा ने इस बात पर जोर दिया कि श्रीलंका में अगर समागी जाना बालवेगया (SJB) की सरकार गठित हुई तो श्रीलंका को पारदर्शिता के साथ संचालित किया जाएगा। कोलंबो पेज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी और दमन को खत्म करने पर भी जोर दिया है। समागी जन बालवेगया के सांसद हर्षा डी सिल्वा भी बैठक में शामिल हुए। बताते चलें कि भोजन और ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती की वजह से श्रीलंका की जनता परेशान हो चुकी है।
दंगाइयों को गोली मारने के आदेश जारी किए गए
विरोध प्रदर्शन के बीच कुछ दिनों पहले महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। हिंसक विरोध प्रदर्शन की वजह से महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के कोलंबो स्थित सरकारी आवास से निकालकर त्रिंकोमाली नौसैनिक अड्डे ले जाया गया। बता दें कि शुक्रवार को एक विशेष बैठक में राष्ट्रपति राजपक्षे ने शुक्रवार मध्य रात्रि से आपातकाल की घोषणा कर दी थी। गौरतलब है कि नौ अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं।
श्रीलंका में हुए बेकाबू होते हालात के बीच राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे द्वारा लोगों से हिंसा और बदले की भावना वाले कृत्य रोकने की अपील की है। इस अपील के बाद श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय ने थलसेना, वायुसेना और नौसेना कर्मियों को सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या आम लोगों को चोट पहुंचाने वाले किसी भी दंगाइयों को गोली मारने का आदेश जारी किया है।