श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे बुरा दौर झेल रहा, दाने-दाने को हैं मोहताज, WFP जुटा रहा है चंदा
खाद्य मुद्रास्फीति की दर जून तक 80 प्रतिशत से अधिक है और आने वाले महीनों में इस प्रवृत्ति के बढ़ने की संभावना है।'
श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे बुरा दौर झेल रहा है। उसके ऊपर 51 अरब डालर का कर्ज जिसको चुकाने में वो नाकाम है। यही वजह है कि आर्थिक रूप से बदहाल हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के अनुसार, संकटग्रस्त श्रीलंका में 60 लाख से अधिक लोग "खाद्य असुरक्षित" हैं। WFP ने अब तक 30 लाख लोगों को आपातकालीन भोजन, पोषण और स्कूली भोजन उपलब्ध कराने के अपने 6.3 करोड़ अमरीकी डालर के लक्ष्य का केवल 30% ही जुटा पाया है।
संयुक्त राष्ट्र WFP श्रीलंका के देश निदेशक, अब्दुर रहीम सिद्दीकी ने एएनआई को बताया कि 'शुरुआती निष्कर्षों के अनुसार लगभग 6.3 मिलियन लोग खाद्य असुरक्षित हैं।'
उन्होंने आगे कहा कि देश की अर्थव्यवस्था वर्तमान में आजादी के बाद से सबसे खराब खाद्य संकट का सामना कर रही है और अगले कुछ महीनों में चौंका देने वाली स्तर पर मुद्रास्फीति बढ़ने की उम्मीद है।
सिद्दीकी ने कहा, 'श्रीलंका अपनी आजादी के बाद से गंभीर भोजन संकट का सामना कर रहा है। खाद्य मुद्रास्फीति की दर जून तक 80 प्रतिशत से अधिक है और आने वाले महीनों में इस प्रवृत्ति के बढ़ने की संभावना है।'