श्रीलंका रियायती दरों पर रूसी तेल खरीदने पर कर रहा है विचार, खरीद के लिए आज श्रीलंकाई सरकार के दो मंत्री जाएंगे रूस

आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के एक वरिष्ठ मंत्री ने रविवार को कहा कि उनका देश रूस से रियायती दर पर तेल खरीदने के विकल्प पर विचार कर रहा है।

Update: 2022-06-27 01:08 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के एक वरिष्ठ मंत्री ने रविवार को कहा कि उनका देश रूस से रियायती दर पर तेल खरीदने के विकल्प पर विचार कर रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी के चलते श्रीलंका ईधन की किल्लत का सामना कर रहा है। बिजली एवं ऊर्जा मंत्री कंचन विजयशेखरा ने पत्रकारों से कहा कि दो मंत्री ईधन और अन्य राजनयिक मामलों पर चर्चा करने के लिए सोमवार को रूस की यात्रा पर जाने वाले हैं।

श्रीलंका सरकार ने पिछले हफ्ते कच्चे तेल की खरीद के लिए कोलंबो स्थित रूसी दूतावास द्वारा सुझाई गई कई कंपनियों से संपर्क साधा था। इस बीच, अमेरिका का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधि मंडल रविवार को श्रीलंका पहुंचा। अमेरिकी अधिकारी श्रीलंका के शीर्ष नेतृत्व के साथ इस बात पर विचार-विमर्श करेंगे कि आर्थिक संकट से निपटने में उसकी किस तरह मदद की जाए।
ईधन की कीमतों में फिर वृद्धि
श्रीलंका ने दो महीने में तीसरी बार ईधन की कीमतों में भारी वृद्धि कर देश की जनता पर और भार लाद दिया। सरकार ने पेट्रोल की कीमत में 50 व डीजल में 60 श्रीलंकाई रुपये की बढ़ोतरी की है। ताजा घोषणा से पेट्रोल की कीमत 470 और डीजल की 460 श्रीलंकाई रुपये हो गई है। ईधन की कमी से अगले सप्ताह तक सीमित फिलिंग स्टेशनों तक ही आपूर्ति होगी।
लागू होगा टोकन सिस्टम
सरकार ने ईंधन की आपूर्ति के लिए फिलिंग स्टेशनों पर टोकन सिस्टम लागू करने का फैसला किया है। यह सिस्टम सोमवार से लागू होगा, जिसके लिए सरकार ने पुलिस और सेना से जवानों की मदद मांगी है। बता दें, 1948 में स्वतंत्रता के बाद से श्रीलंका सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। जिसके चलते देश में भोजन, दवा, रसोई गैस और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई है। करीब 22 मिलियन की आबादी वाले इस देश पर 51 बिलियन अमरीकी डालर का विदेशी ऋण है।
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