शहबाज सरकार ने इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा पर अरबों रुपये कमाने का लगाया आरोप
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी ने इमरान खान और उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी ने इमरान खान और उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शहबाज की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने दावा किया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार के कार्यकाल में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और उनकी दोस्त फराह गोगी की तिकड़ी ने "अरबों" रुपये कमाए।
पीएमएल-एन के नेता अत्ता उल्लाह तरार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "यह मामला 2019 में शुरू हुआ, जब इमरान खान ने फराह के पति अहसान जमील गुर्जर को 32 करोड़ पाकिस्तानी रुपये की राहत दी।" द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने तरार के हवाले से बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री ने बुशरा और फराह के बीच अपने निजी संबंधों और दोस्ती के कारण यह राहत दी।
ऑडियो टेप में रिकॉर्ड बातचीत से खुलासा
इस बारे में, उन्होंने एक ऑडियो टेप भी चलाया जिसमें कथित तौर पर एक बिजनेस टाइकून और उनकी बेटी के बीच की बातचीत थी। इस बातचीत में यह खुलासा किया गया कि कैसे फराह ने बुशरा के लिए 'एक उपहार की मांग' की।
फराह ने इमरान की पत्नी के लिए मांगे कीमती उपहार
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बातचीत के दौरान महिला ने अपने पिता से कहा कि फराह ने कथित तौर पर एक प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने और उसके पिता के खिलाफ एक रिपोर्ट वापस के बदले में पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी के लिए उपहार के रूप में एक कीमती हीरे की मांग की।
उस चर्चा के दौरान यह पता चला कि फराह ने पहले बिजनेस टाइकून की बेटी द्वारा भेजे गए तीन कैरेट के हीरे को प्रधानमंत्री की पत्नी के लिए अयोग्य और अनुपयुक्त बताकर खारिज कर दिया था। फराह ने कहा था कि बुशरा तो ऐसी चीजें नियमित रूप से पहनती हैं, उपहार के रूप में कम से कम पांच कैरेट का हीरा होना चाहिए।
इसके बाद टेप में रिकॉर्ड बातचीत के दौरान महिला को अपने पिता को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि कैसे फराह ने उसे "केवल पांच कैरेट की हीरे की अंगूठी" भेजने के लिए कहा। उसने यह भी वादा किया कि यदि "अधिक मूल्यवान उपहार की पेशकश की गई" तो बिजनेस टाइकून की परियोजनाओं के खिलाफ किए गए उपायों को वापस ले लिया जाएगा।
बिजनेस टाइकून रियाज ने ऑडियो क्लिप को बताया फर्जी
लेकिन प्रॉपर्टी टाइकून मलिक रियाज ने रविवार को सोशल मीडिया पर इस ऑडियो क्लिप को "फर्जी" करार दिया। उन्होंने 'साजिश' करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की भी धमकी दी। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को दिए अपने बयान में रियाज ने कहा, "डीप फेक जैसी नवीनतम तकनीकों के साथ, एक ऑडियो वार्तालाप को गढ़ना कोई आश्चर्य वाली बात नहीं है।"
ऑडियो टेप डीप फेक का उत्पाद: रियाज
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर उनसे जुड़ा ऑडियो टेप डीप फेक का उत्पाद है। उन्होंने कहा, "मैं किसी भी पार्टी के राजनीतिक अभियानों में शामिल नहीं होना चाहता, लेकिन सबसे भयावह तथ्य यह है कि मेरी आवाज और संदर्भ का दुरुपयोग व्यक्तिगत और राजनीतिक लाभ को निपटाने के लिए किया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि फराह गोगी ने जैसे ही महसूस किया कि वह मुसीबत में पड़ने वाली हैं, उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया और इमरान खान ने देश से भागने में उनकी मदद की।
पीएमएल-एन की एक अन्य नेता उज्मा बुखारी ने कहा कि उनकी पार्टी को पीटीआई सरकार के भ्रष्टाचार के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि अब सभी के सामने 'सबूत' सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा, "ऑडियो में (रिश्वत के) केवल एक मामले का पता चलता है, लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है... यह केवल एक फिल्म का ट्रेलर है।"