वैज्ञानिकों ने बनाया नया उपकरण, प्रतिरक्षा तंत्र से बच निकलने वाले सार्स सीओवी-2 के नए वैरिएंट की पहचान हुई आसान
अमेरिका के अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसा नया उपकरण विकसित किया है।
वाशिंगटन, अमेरिका के अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसा नया उपकरण विकसित किया है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता से बच निकलने वाले सार्स सीओवी-2 के नए स्वरूपों यानी वैरिएंट की तेजी से पहचान कर सकता है। साथ ही यह भी बताएगा कि कौन सी एंटीबाडीज कोरोना संक्रमण के लिए जिम्मेदार वायरस के प्रसारित वैरिएंट के खिलाफ प्रभावी हो सकती है। यह अनुसंधान न सिर्फ कोरोना के लिए बल्कि संभवत: इंफ्लुएंजा, एचआइवी और अन्य घातक वैश्विक वायरसों के खिलाफ भी सार्वभौमिक टीकों का मार्ग प्रशस्त करेगा।
अमेरिका के कोलोराडो बोल्डर यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर और अध्ययन के मुख्य लेखक टिमोथी व्हाइटहेड ने कहा, 'हमने एक भविष्यवाणी उपकरण विकसित किया है जो आपको समय से पहले बता सकता है कि कौन सी एंटीबाडी वायरस के प्रसारित स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी होने जा रहे है।'
व्हाइटहेड ने कहा, 'लेकिन इस तकनीक के निहितार्थ अधिक गहरे हैं: यदि आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि किसी एक मौसम में वायरस के वैरिएंट क्या होंगे, तो आप उस क्रम से मेल खाने के लिए टीका लगवा सकते हैं जो इस मौसमी परिवर्तन को टाल देगा।'
अनुसंधानकर्ताओं ने सार्स-सीओवी-2 के कुछ वायरल स्पाइक प्रोटीन के बारे में अध्ययन करने के लिए बेकिंग यीस्ट (खमीर) का आनुवंशिक रूप से संशोधित संस्करण विकसित किया। इसके जरिये वे उन वैरिएंट का खाका तैयार कर सकते हैं जो वायरस को बेअसर करने वाले एंटीबाडीज से बच जाते हैं। व्हाइटहेड ने कहा कि इस उपकरण से मिलने वाले नतीजों से प्रभावी बूस्टर टीका विकसित करने की पहले ही जानकारी मिल सकती है। साथ ही यह पता चल सकता है कि किसी मरीज के लिए कौन सी एंटीबाडी ज्यादा प्रभावी हो सकती है।