वैज्ञानिकों मिले 'महाविशाल' समुद्री जीव के निशान, साइंस-फिक्शन स्पेसक्राफ्ट जैसा, पृथ्वी का था सबसे बड़ा शिकारी
करोड़ों साल पहले धरती पर एक ऐसा जीव था जिसके अजीबोगरीब आकार के चलते उसे ‘द मदरशिप’ नाम दे दिया गया था
टोरंटो: करोड़ों साल पहले धरती पर एक ऐसा जीव था जिसके अजीबोगरीब आकार के चलते उसे 'द मदरशिप' नाम दे दिया गया था। यह किसी साइंस-फिक्शन स्पेसक्राफ्ट जैसा लगता था। ट्रॉपिकल सागरों में यह जीव पनप रहा था और समुद्र के तल में रहने वाले जीवों को शिकार बनाता था। माना जाता है कि उस वक्त यह धरती का सबसे बड़ा शिकारी जीव था। वैज्ञानिकों ने बुधवार को बताया है कि इस भयानक शिकारी के जीवाश्म कनाडा में मिले हैं।
क्यों था महाविशाल?
कनाडा के कूटने नैशनल पार्क में Cambrian काल के ऑर्थ्रोपॉड Titanokorys gainesi के जीवाश्म Burgess Shale नाम की चट्टान में मिले हैं। इसकी लंबाई 20 इंच थी। Titanokorys का मतलब होता है 'टाइटैनिक हेल्मेट'। दरअसल, इस जीव का सिर शरीर की लंबाई का दो-तिहाई था। अपने काल के दूसरे जीवों के आधार पर इसे 'महाविशाल' माना जाता था।
कितना लंबा था?
टोरंटो के रॉयल ओन्टारियो म्यूजियम के पेलियंटॉलजिस्ट जीन-बर्नार्ड कैरन का कहना है कि उस वक्त ज्यादातर जीव इंसान के अंगूठे के नाखून से भी छोटे होते थे। उस हिसाब से Titanokorys वयस्क इंसान की बांह से भी लंबा हुआ। कैरन रॉयल सोसायटी ओपन साइंस जर्नल में छपी स्टडी के लीड लेखक हैं।
कैसा था यह जीव?
Titanokorys में बहुमुखी आंखें थीं। इसका मुंह गोल और तिकोने दांत थे। दो कांटेदार पंजे, पंख जैसे गिल और तैरने के लिए दोनों ओर फ्लैप्स। कैरन ने बताया है कि यह टॉर्पीडो के आकार का चपटा हुआ जीव था जो समुद्रतल से सटकर रहता था। यह उस काल में पनप रहा था जब ज्यादातर उत्तरी अमेरिका ट्रॉपिकल सागरों में डूबा था।
वैज्ञानिकों को Titanokorys के दर्जनों जीवाश्म ब्रिटिश कोलंबिया में 2014 से 2018 के बीच मिले थे। पंजों से मिट्टी खोदते थे और उसमें मिले कीड़े खाते थे। ये आज की स्टिंगरे की तरह तैरते होंगे।