रूसी हमलों का यूक्रेन में तीसरा दिन, पुतिन बोले- यूक्रेन को बचाना है तो फौज तख्ता पलट करे, लेकिन जेलेंस्की ने नहीं डाले हथियार
महीनों तक चले तनाव के बाद रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ जंग का एलान कर दिया था और अपनी सेनाएं यूक्रेन में मौजूदा सरकार को हटाने के लिये भेज दी थीं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महीनों तक चले तनाव के बाद रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ जंग का एलान कर दिया था और अपनी सेनाएं यूक्रेन में मौजूदा सरकार को हटाने के लिये भेज दी थीं. शुक्रवार को रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव में दाखिल हो गई. लगातार तीसरे दिन यूक्रेन में युद्ध जारी है.
जारी हमलों के बीच शुक्रवार को यूक्रेन की तरफ से बातचीत का पैगाम आया और रूस के राष्ट्रपति का बयान भी जिसमें उन्होंने यूक्रेन की सेना से तख्तापलट कर देश की सत्ता अपने हाथों में लेने के लिये कहा. यूक्रेन के राष्ट्रपति का बातचीत का बयान आने पर रूस के राष्ट्रपति कार्यालय 'क्रेमलिन' ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच संभावित शांति वार्ता की संभावनाएं एक स्थल को लेकर स्पष्ट मतभेदों के कारण अनिश्चित दिख रही हैं.
मिंस्क में रूस समर्थक सरकार सत्ता में
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मिंस्क, बेलारूस में यूक्रेनी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजने पर सहमत हुए हैं. बेलारूस में राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की रूस समर्थक सरकार सत्ता में है.
पेसकोव ने कहा कि पक्षों द्वारा मिंस्क को संभावित स्थल के रूप में चिह्नित करने के बाद यूक्रेनी अधिकारी मुकर गए हैं और कहा कि वे मिंस्क की यात्रा करने के इच्छुक नहीं हैं. पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि वे नाटो के सदस्य देश पोलैंड में मिलना पसंद करेंगे और फिर उन्होंने संवाद बंद कर दिया.
क्या हैं शर्तें
वहीं बातचीत के लिये रूस ने दो शर्तें रखी है. शर्त नंबर 1 के अनुसार यूक्रेन क्रीमिया को रूसी संघ क्षेत्र के तौर पर मान्यता दे और NATO में शामिल होने से इनकार कर दे. दूसरी शर्त यह है कि यूक्रेन की सेना मौजूदा सरकार का तख्तापलट करे और सत्ता अपने हाथ में ले ले.
यूक्रेन के परमाणु संयंत्रो पर रूस ने किया कब्जा
रूसी सेना ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थल के साथ ही काला सागर में स्नेक द्वीप पर कब्जा कर लिया. कीव में एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया गया. रूसी सेना ने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों और टैंकों का इस्तेमाल किया.
गुरुवार को रूस की सेना ने उत्तर, दक्षिण और पूर्व तीन छोर से यूक्रेन को घेर लिया और अटैक करना शुरू कर दिया. हाल ही के हफ्तों में रूसी सैनिकों को यूक्रेन के आसपास, रूस, बेलारूस और आसपास के अलगाववादी क्षेत्रों में तैनात किया गया था.