रूस यूक्रेन युद्ध को 5 महीने से अधिक हो चुके, जानिए क्या है मास्को की नई रणनीति
लंदन, एजेंसियां। रूस यूक्रेन युद्ध को 5 महीने से अधिक हो चुके हैं। इस बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव( Sergei Lavrov) ने बुधवार को कहा कि रूसी सेना अब पूर्वी डोनबास क्षेत्र तक ही नहीं रुकने वाली है। राज्य समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती (RIA Novosti) ने लावरोव के साथ एक साक्षात्कार में कहा, 'मार्च महीने में तुर्की में यूक्रेन के साथ हुए शांति वार्ता जोकि विफल साबित हुआ, उस समय तक रूसी सेना का पूरा ध्यान सिर्फ डोनेट्स्क और लुहांस्क तक ही सामित था लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकीं हैं। अब रूस की निगाहें खेरसान और जापोरिज्जिया क्षेत्र सहित कई और क्षेत्रों पर भी है।'
रूसी धरती पर आक्रमण बर्दाश्त नहीं: लावरोव
लावरोव ने आगे कहा कि अगर यूक्रेन लगातार अमेरिकी निर्मित हाई मोबिलिटी आर्टिलरी राकेट (HIMARS) जैसे हथियार से हमला करता रही तो यूक्रेन इस युद्ध को रूस और आक्रमता से लड़ेगा। उन्होंने कहा राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की या जो कोई भी उनकी जगह लेगा, वो अगर रूसी धरती पर आक्रमण करते हैं तो रूस कड़ा कदम उठाएगा।
बता दें कि यूद्ध को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया था कि उनका उद्देश्य है कि वो यूक्रेन में विसैन्यीकरण हो। गौरतलब है कि यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जा करने पर असफल होने के बाद रूस के रक्षा मंत्रालय ने 25 मार्च को कहा था कि 'विशेष सैन्य अभियान' का पहला चरण पूरा हो चुका है। अब रूस का पूरा ध्यान मुख्य लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर है।
युद्ध में दोनों देश नहीं हट रहे पीछे
गौरतलब है कि रूस यूक्रेन जंग को करीब डेढ़ सौ दिन पूरे हो गए है। अमेरिका और पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर (Russia Ukraine War) हमला किया था। रूस को उम्मीद थी कि वह यूक्रेन जंग को थोड़े दिनों में समाप्त कर देगा, लेकिन न तो यूक्रेन हार मानता दिख रहा है और न ही रूस पीछे हटता दिख रहा है। 90 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन से जान बचाकर पड़ोसी देशों में शरण ले चुके हैं। इस बीच, गेहूं, क्रूड आयल और गैस सहित कई जरूरी चीजों की आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हुई है।