UK पर साइबर अटैक की तैयारी में रूस, '9/11 हमले' जैसे होंगे असर, ब्रिटेन और अमेरिका ने चेताया
UK पर साइबर अटैक की तैयारी में रूस
रूस ने यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध (Russia-Ukraine War) में कहर ढाया हुआ है. यूक्रेन के कई प्रमुख शहरों को रूसी सेना ने घेर लिया है, जबकि मिसाइल और टैंक युद्ध के मैदान में आग बरसा रहे हैं. लेकिन परंपरागत हथियारों के अलावा भी एक अन्य खतरा है, जो अब ब्रिटेन (Britain) पर मंडरा रहा है. दरअसल, हाल ही में रूसी हैकर्स ने कई सारे संस्थानों को हैक कर सभी को हैरान किया. वहीं, अब अमेरिकी साइबर सिक्योरिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी की डायरेक्टर जेन ईस्टरली ने कहा है कि अगर देशों ने नई वास्तविकता का सामना नहीं किया, तो रूस इस तरह के और हमलों को अंजाम देगा.
साइबरयूके कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी जेन ईस्टरली ने आधुनिक समय में युद्ध के बदलते स्वरूप की 9/11 के हमले से तुलना की. उन्होंने कहा कि दुनियाभर की सरकारें इसे समझने में असफल हो रही हैं. यूक्रेन युद्ध को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'हम उस खतरे की भयावहता को नहीं समझ पाए जो काफी समय से बढ़ रहा था. ये नीतियों की विफलता थी, प्रबंधन क्षमता की विफलता थी लेकिन सबसे बढ़कर, कल्पना की विफलता थी.' उन्होंने कहा, 'आने वाले दशक में हालात इससे अधिक खराब नहीं हो सकते हैं. इतिहास भले ही खुद को न दोहराए, लेकिन ऐसा हो सकता है.'
ब्रिटेन पर साइबर अटैक का खतरा
दरअसल, यूरोपियन यूनियन, ब्रिटेन और अमेरिका ने हाल ही में ऐलान किया कि रूस ने Viasat इंटरनेट सर्विस को साइबर अटैक के जरिए प्रभावित किया. रूस ने दिखा दिया कि वह साइबर अटैक के जरिए बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि रूस अब ब्रिटेन पर भी साइबर अटैक कर सकता है. इसकी वजह से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचेगा. कुछ एक्सपर्ट्स ने रूस द्वारा किए जाने वाले इस हमले की तुलना अमेरिका पर हुए 9/11 हमलों से की है. ब्रिटेन द्वारा लगातार यूक्रेन को हथियार की सप्लाई करने की वजह से रूस पहले से ही उस पर भड़का हुआ है.
साइबर अटैक के जरिए यूक्रेनी सेना को बनया गया निशाना
दूसरी ओर, Viasat ने कहा कि साइबर अटैक की वजह से उसके दसियों हजार टर्मिनल्स नष्ट हो गए हैं. इनका अब इस्तेमाल नहीं हो सकता है और न ही इन्हें रिपेयर किया जा सकता है. हालांकि, ये माना जा रहा है कि Viasat पर हुए साइबर अटैक के जरिए यूक्रेनी सेना को टारगेट करना प्रमुख लक्ष्य था. लेकिन इस साइबर अटैक की वजह से पूरे यूरोप में लोगों को इंटरनेट की समस्या का सामना करना पड़ा. साइबर अटैक के चलते मध्य यूरोप में पवनचक्कियां प्रभावित हुईं.