यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाकर रूस ने दागा रॉकेट, हुआ नाकाम
यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष और गहराता जा रहा है। अब रिपोर्ट्स हैं कि रूस ने कथित तौर पर यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाकर रॉकेट दागे थे.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष और गहराता जा रहा है। अब रिपोर्ट्स हैं कि रूस ने कथित तौर पर यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाकर रॉकेट दागे थे.हालांकि, वायु रक्षा प्रणाली द्वारा मार गिराया गया है. हालांकि, इसी बीच अब एक बार फिर से दोनों देश बातचीत के करीब पहुंच रहे हैं. दोनों देशों के बीच बृहस्पतिवार को वार्ता होनी है.
समाचार एजेंसी एएनआई ने 'द कीव इंडिपेंडेंट' के हवाले से ट्वीट लिखा, "रूस ने रॉकेट दागे, रेलवे स्टेशन के पास मलबा गिरा. रूसी रॉकेट, कथित तौर पर रक्षा मंत्रालय को लक्षित कर रहा था, एक वायु रक्षा प्रणाली द्वारा मार गिराया गया था, और इसका मलबा कीव के मुख्य रेलवे स्टेशन के पास गिर गया था: कीव इंडिपेंडेंट"
यूक्रेन और रूस बृहस्पतिवार को वार्ता करेंगे
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक शीर्ष सहयोगी ने कहा है कि बृहस्पतिवार को होने वाली वार्ता के लिए यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल बेलारूस आ रहा है. रूसी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे व्लादिमीर मेडिंस्की ने बुधवार शाम को संवाददाताओं से कहा, ''जहां तक मेरी जानकारी है, यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल कीव से रवाना हो चुका है और रास्ते में है. हम कल (बृहस्पतिवार) वार्ता की उम्मीद कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष पोलैंड की सीमा से सटे बेलारूसी क्षेत्र में वार्ता करने को लेकर सहमत हुए हैं. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने एसोसिएटेड प्रेस को प्रतिनिधिमंडल के रवाना होने की पुष्टि की है. हालांकि, पहुंचने के समय की जानकारी नहीं दी.
यूक्रेन में करीब 500 रूसी सैनिकों की मौत: मॉस्को
रूस के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन में उसके 498 सैनिक मारे गए हैं और 1,597 अन्य घायल हो गए हैं. मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने रूस को ''बेशुमार नुकसान'' होने की खबरों को बुधवार को ''गलत सूचना'' बताते हुए खारिज कर दिया और गत बृहस्पतिवार को युद्ध शुरू होने के बाद से पहली बार रूस के सैनिकों के हताहत होने की जानकारी दी है.
उन्होंने आश्वासन दिया कि मृतक सैनिकों के परिवारों को सभी आवश्यक सहायता मिल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन में चल रहे अभियान में न तो लोगों की जबरदस्ती भर्ती की गयी और न ही कैडेट शामिल हैं, जैसा कि मीडिया में आयी खबरों में आरोप लगाया गया है. कोनाशेनकोव ने यह भी कहा कि यूक्रेन के 2,870 से अधिक सैनिक मारे गए हैं और करीब 3,700 घायल हो गए हैं जबकि 572 अन्य को बंदी बना लिया गया है.