रिसर्चर्स को बड़ी कामयाबी, Egypt में मिला 2 हजार साल पुराना अद्भुत 'डूबा शहर' और 'बेशकीमती खजाना'
ये दुनिया कब और कैसे बसी इसका प्रमाण किसी के पास नहीं है. सागर हो या अनंत आकाश, कुदरत को लेकर विज्ञान की खोज जारी है. आदि मानव के जन्म से लेकर मनुष्यों के विकास के बीच कई सभ्यताओं का उदय और अंत हुआ.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ये दुनिया कब और कैसे बसी इसका प्रमाण किसी के पास नहीं है. सागर हो या अनंत आकाश, कुदरत को लेकर विज्ञान की खोज जारी है. आदि मानव के जन्म से लेकर मनुष्यों के विकास के बीच कई सभ्यताओं (Civilization) का उदय और अंत हुआ. माया से लेकर मोहन-जोदड़ो और हड़प्पा के बारे में आपने पढ़ा होगा. इतिहास की किताबों में कई शहरों के अस्तित्व मिटने का जिक्र है. ऐसा एक शहर मिस्र (Egypt) में खोजा गया है. जहां रिसर्चर्स ने दो हजार साल पहले पानी में समा गए शहर के साथ वहां मौजूद खजाने का पता लगाया है.
एलेग्जेंडर ने बसाया था ये शहर
ये शहर आज भी समुद्र में डूबा है और कहा जा रहा है कि जिसमें बेशुमार खजाना है. द-गार्जियन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इस शहर का नाम Thonis-Heracleion रखा गया है. समुद्र में दफ्न हो चुके इस शहर को एलेग्जेंडर ने 331 BC में बसाया था. जिसे यूरोपियन इंस्टीट्यूट फॉर अंडरवाटर आर्कियोलॉजी (IEASM) की टीम ने खोजा है.
इजिप्ट का प्रमुख केंद्र था ये शहर
कामयाबी को हासिल करने वाली टीम ने प्रशासन को जानकारी देते हुए अपनी खोज पूरी होने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि इस दौरान बेशकीमती चीजें मिली हैं. ये भी कहा जा रहा है कि यह अपने दौर का समृद्ध शहर था. जो समुद्र (Sea) का जलस्तर बढ़ जाने के कारण पानी में डूब गया होगा या नील नदी में भूकंप के बाद उठे ऊंचे ज्वार में समा गया होगा. टीम को समुद्र की गहराई से ये फ्रूट बकेट भी मिली है.
मिला बेशकीमती खजाना
शहर के तबाह होने यानी अचानक डूबने की उम्मीद किसी ने नहीं की होगी. उन्हें किसी प्रलय का अंदाजा भी नहीं रहा होगा. इसी वजह से जब ये शहर समुद्र में समाया होगा तब लोग कुछ लेकर भाग नहीं सके होंगे. अंदर मौजूद बेशुमार खजाने ने इसे और बल दिया है. समुद्र के नीचे करीब 60 मीटर के दायरे में ये आइलैंड जैसा स्ट्रक्चर पाया गया है.
रहस्यमयी चीजें भी मिलीं
समुद्र के नीचे से कई तरह की चीजें मिली जो इसे रहस्यमयी (Mysterious) बनाती हैं. दरअसल सागर में समा चुके इस शहर के अंदर कई चीजें जली हुई भी मिली हैं. अंदर के हालात देख ये भी लगता है कि उस समय यहां रहने वाले लोग जादू-टोने में विश्वास करते थे. वहां पर जगह-जगह राख मिली है.
20 साल पहले मिले थे संकेत
ये शहर रिसर्चर्स की नजर में 2000 में आया. इन बीस सालों में कई गोताखोरों ने इसे तलाश करने की कोशिश की. हालांकि अब इससे जुड़ी जानकारी का खुलासा होने के बाद एक बार फिर ये शहर सुर्खियों में है. वहीं सोशल मीडिया के मुताबिक लोगों की दिलचस्पी ये पता लगाने में भी है कि आखिर ये इतना विशाल समृद्ध होने के बावजूद इसका अंत कैसे हुआ?