रिपोर्ट: फ्रांस में शनिवार को COVID-19 प्रतिबंधों के खिलाफ स्वतंत्रता काफिले में 32 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दुनिया भर में ढेरों प्रतिबंध लगाए गए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए दुनिया भर में ढेरों प्रतिबंध लगाए गए हैं। पूरी दुनिया में कई जगहों पर शासन-प्रशासन द्वारा कोविड प्रोटोकाल निभाना अनिवार्य किया गया। लेकिन लंबे वक्त से लगाए जा रहे कोविड-19 प्रतिबंधों के खिलाफ पूरे फ्रांस में हजारों लोग बगावत पर उतर आए हैं। बता दें कि फ्रांस में शनिवार को COVID-19 प्रतिबंधों के खिलाफ स्वतंत्रता काफिले में 32 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं पेरिस से इस काफिले में लगभग 7,600 लोगों ने भाग लिया। यह जानकारी बीएफएमटीवी ने आंतरिक मंत्रालय का हवाले से दी है।
फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने की घोषणा
फ्रांस के आंतरिक मंत्री गेराल्ड डारमैनिन ने ट्विटर पर घोषणा कर बताया कि कोविड-19 प्रतिबंधों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा बने 54 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही दिन के दौरान इन लोगों पर 337 जुर्माना जारी किया गया।
वहीं दूसरी तरफ, पेरिस के अधिकारियों ने विरोध पर प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन दोपहर के वक्त काफिले का एक हिस्सा विरोध प्रदर्शन करते हुए चैंप्स एलिसीज में घुस गया, जिस पर पुलिस ने सख्त रवैया अपनाते हुए कई बार आंसू गैस के गोले छोड़े और शाम तक इलाके को खाली कराने में सफल रहे। प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोग वहां से हटने के बाद गली में वापस लौट आए हैं।
सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चैंप्स एलिसीज में प्रदर्शनकारियों के पहुंचने के बाद, पुलिसकर्मियों द्वारा जगह तो खाली तो करा ली गई। लेकिन अभी भी वहां पर पुलिस के मजबूत दस्ते तैनात हैं।
कनाडा में विरोध प्रदर्शनों से प्रेरित फ्रांसीसी ड्राइवर बुधवार को फ्रांस के दक्षिण से निकले थे, जो गुरुवार और शुक्रवार को अन्य क्षेत्रों के ड्राइवरों के साथ मिल गए। उनके कोविड-19 प्रतिबंधों के खिलाफ एक रैली के आयोजन की नीति से पहले ही फ़्रीडम कान्वाय द्वारा शहर में सड़कों को अवरुद्ध करने से रोकने के लिए पेरिस में 7 हजार से अधिक पुलिस अधिकारियो ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने बताया कि 500 वाहनों को पेरिस के पास और अन्य 300 वाहनों को शहर के अंदर रोका गया।