UNSC को और प्रभावी बनाने के लिए सुधारों की है जरूरत, G4 राष्ट्र के विदेश मंत्रियों ने दिया जोर

जापानी विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से भी मुलाकात की।

Update: 2021-09-23 01:52 GMT

G4 के सदस्य देशों- भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान के विदेश मंत्रियों ने स्थानीय समयानुसार बुधवार को न्यूयार्क में आयोजित बैठक में हिस्सा लिया और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। G4 देशों के विदेश मंत्रियों भारत के एस जयशंकर, ब्राजील के कार्लोस अलबर्टो फ्रैंको रैनका, जर्मनी के हायको मास और जापान के तोशिमित्सु मोटेगी ने न्यूयार्क में जारी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के इतर एक बैठक में हिस्सा लिया।

दूसरी ओर अफगानिस्तान पर जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, ' किसी भी तरह से आतंकवाद के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल नहीं करने देने की प्रतिबद्धता तालिबान द्वारा दिखाई जानी चाहिए। दुनिया ऐसी समावेशी प्रक्रिया की अपेक्षा करती है जिसमें अफगान समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व शामिल हो। UNSC प्रस्ताव 2593 (अफगानिस्तान पर) वैश्विक भावना को दर्शाता है, जिसके द्वारा मार्गदर्शन जारी रखना चाहिए।'
अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र से इतर अपने वैश्विक समकक्षों के साथ सिलसिलेवार बैठकें की और अफगानिस्तान तथा हिंद प्रशांत समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने फिनलैंड, श्रीलंका, चिली और तंजानिया के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। उन्होंने फिनलैंड के विदेश मंत्री पेका हाविस्तो के साथ अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर चर्चा की। बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट किया कि फिनलैंड के विदेश मंत्री हाविस्तो के साथ मुलाकात की अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति पर चर्चा की।
जयशंकर ने इसके बाद श्रीलंका के विदेश मंत्री जी.एल. पेइरिस से मुलाकात की। जयशंकर ने चिली विदेश मंत्री एंद्रेस अल्लामंद के साथ भी बैठक की। जयशंकर ने तंजानिया के नए विदेश मंत्री लिबर्टा मुलामुला से भी मुलाकात की। उन्होंने ब्राजील विदेश मंत्री कार्लोस फ्रांका, जापानी विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी और जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से भी मुलाकात की।

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