अमेरिका में तेजी से बढ़ रहे मंकीपॉक्स के केस, लगाना पड़ा आपातकाल
मंकीपॉक्स के प्रकोप को लेकर गंभीरता बरतें, जिससे जल्द से जल्द इसकी रोकथाम की जा सके.
मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले तेजी से बढ़ने की वजह से अमेरिका (US) के कुछ राज्यों में हड़कंप मच गया है. पश्चिमी अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया (California) के सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) में अधिकारियों ने शहर भर में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के लगातार बढ़ते मामलों के मद्देनजर इमरजेंसी (Emergency) की घोषणा कर दी है. सैन फ्रांसिस्को के स्वास्थ्य अधिकारी सुसान फिलिप ने कहा कि हम चाहते हैं कि जनता हमारे संसाधनों का इस्तेमाल कर पाए. फिलिप ने आगे कहा कि वह किसी भी बंद या बैन करने को लेकर योजना नहीं बना रही हैं. इमरजेंसी का ऐलान स्वास्थ्य आदेशों के तहत किया गया है.
सैन फ्रांसिस्को में आपातकाल की घोषणा
मंकीपॉक्स के मामले बढ़ने के बाद कैलिफोर्निया के सीनेटर स्कॉट वीनर ने कहा कि सैन फ्रांसिस्को में आपातकाल लगाने का फैसला एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है. जान लें कि बुधवार तक, सैन फ्रांसिस्को में 261 लोग मंकीपॉक्स से संक्रमित पाए गए हैं. सैन फ्रांसिस्को के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह आंकड़ा बढ़ सकता है.
यूरोप-अमेरिका में मंकीपॉक्स के 95 फीसदी मामले
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि मंकीपॉक्स के प्रकोप का असर सबसे ज्यादा यूरोप और अमेरिका में देखने को मिला है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम घेब्रेयियस ने कहा कि मंकीपॉक्स के 95 फीसदी मामले यूरोप और अमेरिका में मिले हैं. अब तक 78 देशों में 18,000 से अधिक लोग मंकीपॉक्स से संक्रमित हो चुके हैं, इनमें से 70 फीसदी से अधिक यूरोप और 25 प्रतिशत मामले अमेरिका से सामने आए हैं.
डब्ल्यूएचओ ने ये चेतावनी
गौरतलब है कि 23 जुलाई को, डब्ल्यूएचओ ने आधिकारिक तौर पर मंकीपॉक्स को हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया था. डब्ल्यूएचओ ने देशों से अपील की थी कि मंकीपॉक्स के प्रकोप को लेकर गंभीरता बरतें, जिससे जल्द से जल्द इसकी रोकथाम की जा सके.