रानिल विक्रमसिंघे बने श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति, प्रदर्शनकारियों का बवाल। 10 बड़ी बातें
तो पीएम कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाते हैं। लोग चाहते हैं कि दोनों चले जाएं।
श्रीलंका में हालात फिर बेकाबू हो गए हैं। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर फरार हो गए। कहा जा रहा है कि गोटाबाया मालदीव में हैं। गोटाबाया के फरार होते ही श्रीलंका के लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी कोलंबो में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी लोग पीएम आवास में घुस रहे हैं। सुरक्षाबल लोगों को रोकने की तमाम कोशिश कर रही है। आपको इससे जुड़ी 10 बड़ी बातें बताते हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने देश छोड़ दिया है। गोटाबाया अपनी पत्नी के साथ सैन्य विमान के जरिए देश छोड़कर चले गए। हालांकि, उन्होंने 13 जुलाई को इस्तीफा देने का एलान किया था।
राष्ट्रपति के भागने के बाद लोगों में नाराजगी है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में एक बार फिर आपातकाल लागू करने का एलान किया है।
आपताकल लागू होने के बाद लोगों में नाराजगी और बढ़ गई है। प्रदर्शकारी लोग पीएम आवास में घुस गए हैं। श्रीलंका की जनता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही है।
रानिल विक्रमसिंघे श्रीलंका के कार्यकारी राष्ट्रपति बन गए हैं। कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने आपातकाल की स्थिति घोषित की है।
श्रीलंका में विपक्ष के सांसद पाटली चंपिका राणावाका ने कहा कि राष्ट्रपति ने इस्तीफे पर हस्ताक्षर किए बिना देश छोड़ दिया। स्पीकर और पूरे देश को उम्मीद थी कि वह अपना इस्तीफा ठीक से भेजेंगे, ताकि अगले हफ्ते के भीतर हम एक और राष्ट्रपति का चुनाव कर सकें। यह संसद पर निर्भर है।
विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने विक्रमसिंघे के कार्यकारी राष्ट्रपति बनने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तभी कार्यवाहक राष्ट्रपति बनते हैं जब राष्ट्रपति उन्हें नियुक्त करते हैं, उनका कार्यालय खाली हो जाता है, या फिर चीफ जस्टिस अध्यक्ष के परामर्श से देखते हैं कि राष्ट्रपति कार्य करने में असमर्थ हैं। इनके बिना, पीएम राष्ट्रपति की शक्ति का प्रयोग नहीं कर सकते और कर्फ्यू की घोषणा नहीं कर सकते।
प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प की खबर है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की गई है। इससे पहले सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले भी दागे।
प्रधानमंत्री ने सुरक्षाबलों को दंगा भड़काने वाले लोगों को गिरफ्तार करने और उनके वाहनों को कब्जे में लेने का आदेश दिया है।
पदर्शनकारी पीएम आवास पर सेना के जवानों की मदद कर रहे हैं, उन्हें पीने के लिए पानी दे रहे हैं।
पूर्व सलाहकार ने कहा कि हम चाहते हैं कि पीएम इस्तीफा दें क्योंकि हमारे संविधान के अनुसार अगर राष्ट्रपति इस्तीफा देते हैं, तो पीएम कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाते हैं। लोग चाहते हैं कि दोनों चले जाएं।