क्वारंटाइन का झंझट भी खत्म, आज से खुल गए कोवैक्सीन लेने वालों के लिए UK के दरवाजे
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन ले चुके लोगों के लिए राहत की खबर है। आज से ब्रिटेन ने ऐसे लोगों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। , भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन ले चुके लोगों के लिए राहत की खबर है। आज से ब्रिटेन ने ऐसे लोगों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। ब्रिटेन भारत की कोवैक्सीन को अपनी स्वीकृत टीकों की लिस्ट यानी अप्रूवल लिस्ट में शामिल कर लिया है। इसका मतलब है कि यात्रा के लिए कोवैक्सीन को मान्यता देने वाले ब्रिटेन के नियम आज से लागू हो गए हैं। आज यानी 22 नवंबर से भारत बायोटेक-निर्मित टीका लगवाने वाले यात्रियों को अब यूके में क्वारंटाइन नहीं होना पड़ेगा।
ब्रिटेन के इस फैसले से उन हजारों भारतीय यात्रियों को राहत मिलेगी, जो कोवैक्सीन ले चुके हैं और मंजूरी का इंतजार कर रहे थे। यूके सरकार ने कोवैक्सीन के साथ-साथ चीन की सिनोवैक और सिनोफार्म वैक्सीन को भी अप्रूव्ड वैक्सीन की लिस्ट में शामिल किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन से कोवैक्सीन को हरी झंडी मिलने के बाद ब्रिटेन ने भी यात्रा में राहत देने की घोषणा की थी।
बता दें कि यूके सरकार का यह कदम विश्व स्वास्थ्य संगठन की इमरजेंजी यूज की लिस्ट को फॉलो करता है। बता दें कि कोवैक्सीन भारत में इस्तेममाल की जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी वैक्सीन है। पहले कोवैक्सीन लगवा चुके इंटरनेशनल यात्रियों को यूके जाने के बाद क्वारंटाइन में रहना पड़ता था, लेकिन आज सुबह चार बजे से नियम लागू हो गए और अब ऐसा नहीं होगा।
मालूम हो कि 'कोवैक्सीन ने लक्षण वाले कोरोना मरीजों पर 77.8 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है। वायरस के नए डेल्टा स्वरूप के खिलाफ यह 65.2 प्रतिशत कारगर है। कंपनी ने जून में कहा था कि उसने तीसरे चरण के परीक्षणों से कोवैक्सीन के प्रभाव का अंतिम विश्लेषण किया है। बता दें कि WHO के कोवैक्सीन को मंजूरी देने से पहले 16 देशों ने भारत से वैक्सीन लगवाने वाले यात्रियों को इजाजत देने के उद्देश्य से इस वैक्सीन को स्वीकार किया था।