खतरनाक साबित: छिड़ने वाला है दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध,'जंग' की वजह बन सकता है ये छोटा सा मुल्क

अगर ये युद्ध प्रशांत महासागर की ओर बढ़ जाता है तो हमें नहीं मालूम हम क्या करेंगे?

Update: 2021-05-18 04:42 GMT

दुनिया ने अब तक दो विश्व युद्ध (World War) का दंश झेला है. इसमें दूसरा विश्व युद्ध (Second World War) मानव सभ्यता के लिए कितना खतरनाक साबित हुआ है, ये हम सब ने देखा है. वहीं, अब ऐसा लग रहा है कि दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध भी छिड़ने वाला है. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया (Australia) के एक पूर्व मेजर जनरल ने चेतावनी दी है कि अगर बीजिंग (Beijing) बलपूर्वक ताइवान (Taiwan) को कब्जाने की कोशिश करता है तो अमेरिका और चीन (US-China) के बीच बहुत बड़ा युद्ध हो सकता है. ये युद्ध तीसरे विश्व युद्ध की तरह होगा.

पूर्व मेजर जनरल ने यह भी स्वीकार किया कि वाशिंगटन (Washington) आश्वस्त नहीं है कि वह इस तरह के किसी भी सैन्य संघर्ष को जीत सकता है. दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया को भी चीन से हमलों का सामना करना पड़ सकता है. हाल के समय में चीन के रवैये को देखते हुए ताइपे के प्रति बीजिंग के इरादों को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. अमेरिका की नौसेना के एक अधिकारी ने भविष्यवाणी की है कि बीजिंग अगले छह वर्षों के भीतर ताइवान पर कब्जा कर सकता है. अधिकारी ने चीन के अपने पड़ोसी देश के खिलाफ आक्रामक व्यवहार और तीखी बयानबाजी को लेकर ये भविष्यवाणी की है.
ताइवान को हासिल करने में हो सकती है झड़प
अप्रैल में चीन के उप विदेश मंत्री ले युचेंग (Le Yucheng) ने जोर देकर कहा कि बीजिंग ताइवान को कभी भी स्वतंत्र नहीं होने देगा. सेवानिवृत्त मेजर जनरल और लिबरल सीनेटर जिम डोलन (Jim Dolan) ने स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया को बताया कि चीन द्वारा ताइवान को बलपूर्वक वापस लेने के किसी भी प्रयास से एक बड़ा सैन्य संघर्ष हो सकता है. उन्होंने कहा, चीन का एक उद्देश्य है और वह है ताइवान को शांतिपूर्वक या बलपूर्वक वापस लेना और हमें इसे स्वीकार करना होगा. लेकिन ये थोड़ा सा बलप्रयोग नहीं होगा. इसके लिए चीन को गुआम बेस को खत्म करना होगा. इसके अलावा, चीन को जापान में अमेरिकी ठिकानों को भी निशाना बनाना होगा. ऐसी परिस्थितियां किसी बड़े युद्ध से कम नहीं होंगी.
ऑस्ट्रेलिया को झेलना पड़ेगा कोलेटरल हमला
जिम डोलन ने दावा किया कि इस युद्ध में ऑस्ट्रेलिया को चीन की तरफ से कोलेटरल हमला सहना पड़ सकता है. उन्होंने सुझाव दिया कि चीन ऑस्ट्रेलिया को मिसाइल और साइबर हमले से निशाना बना सकता है. पूर्व मेजर जनरल ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच होने वाली झड़प में ये कुछ ऐसा है, जो मुझे सबसे ज्यादा चिंतित करता है. उन्होंने कहा कि आप देख सकते हैं कि अमेरिका को नहीं लगता है कि वो इस युद्ध को जीत सकता है. अगर ये युद्ध प्रशांत महासागर की ओर बढ़ जाता है तो हमें नहीं मालूम हम क्या करेंगे?


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