रूस दौरे पर प्रधानमंत्री इमरान खान का बयान, कहा- मजेदार वक्त पर आया हूं
उन्होंने कहा कि यूक्रेन द्वारा पेश किए जा रहे खतरों को ध्यान में रखते हुए यूक्रेन पर ये कार्रवाई की गई है.
रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच जंग छिड़ी हुई है और इसी बीच पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) मॉस्को के दौरे पर हैं. इमरान का रूस दौरे का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने रूस-यूक्रेन युद्ध को 'मजेदार' बताया है. इमरान खान पहली बार रूस के दौरे पर हैं और किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की दो दशक बाद ये पहली रूस यात्रा है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि इमरान ने ये शर्मनाक बयान तब दिया है, जब युद्ध की वजह से लोगों के मारे जाने का डर है. दोनों मुल्कों के बीच जंग के डर से लोगों ने शेल्टर में छिपकर जान बचाना शुरू कर दिया है.
इमरान खान को रूस पहुंचने पर एक रूसी अधिकारी से ये कहते हुए सुना जा सकता है, 'मैं कितने अच्छे वक्त पर आया हूं, ये कितना मजेदार है.' अब ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इमरान खान ने बुधवार को रूस के दो दिवसीय दौरे के लिए उड़ान भरी. अपने इस दौरे पर इमरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने और ऊर्जा सेक्टर में सहयोग बढ़ाने के लिए बातचीत करेंगे. इमरान खान ये रूस दौरा तब हो रहा है, जब रूस ने पूर्वी यूक्रेन में अपनी सेना को भेज दिया है. इसके जवाब में अमेरिका समेत पश्चिमी मुल्कों ने अब रूस पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया है.
यूक्रेन के कई शहरों में सुनी गई धमाकों की आवाज
वहीं, रूस के सैनिकों ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला बोल दिया. रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दुनिया के अन्य देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी ने रूसी कार्रवाई में हस्तक्षेप किया, तो इसका ऐसा परिणाम होगा, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखा होगा. रूस के हमले की शुरुआत के बाद कीव, खार्कीव, ओडेसा एवं यूक्रेन के अन्य शहरों में बड़े धमाकों की आवाज सुनी गई. इसके बाद लोगों ने आनन-फानन में शेल्टर्स में शरण लेना शुरू कर दिया. इस युद्ध की वजह से बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हो सकता है. यूक्रेन की निर्वाचित सरकार के अपदस्थ होने का खतरा भी है. फिलहाल यूक्रेन ने देश में मार्शल लॉ लागू कर दिया है.
पुतिन ने अमेरिका और नाटो को चेताया
पुतिन ने यूक्रेन पर हमले को जायज ठहराया है. उन्होंने कहा कि ये हमला पूर्वी यूक्रेन में नागरिकों की सुरक्षा के लिये जरूरी था. वहीं, पुतिन ने अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को यूक्रेन को अपने गठबंधन में शामिल करने से रोकने और मॉस्को को सुरक्षा गारंटी देने के रूस की मांग को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन द्वारा पेश किए जा रहे खतरों को ध्यान में रखते हुए यूक्रेन पर ये कार्रवाई की गई है.