सूडान। अल फशर शहर में एक अस्पताल पर हुए हमले में 70 लोगों की मौत हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने रविवार को यह जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट के जरिए यह आंकड़ा पेश किया। उत्तरी दारफुर प्रांत की राजधानी में अधिकारियों और अन्य लोगों ने भी शनिवार को इसी तरह के आंकड़े का हवाला दिया था, लेकिन घेब्रेयसस हताहतों की संख्या की जानकारी देने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय स्रोत हैं।
WHO चीफ घेब्रेयेसस ने लिखा, ‘सूडान के अल फशर में सऊदी अस्पताल पर हुए भयावह हमले में 19 मरीज घायल हो गए और 70 लोगों की मौत हो गई।’ उन्होंने कहा कि हमले के समय अस्पताल में मरीजों की भीड़ थी। उन्होंने यह नहीं बताया कि हमला किसने किया, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने इसके लिए विद्रोही रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) को दोषी ठहराया है। आरएसएफ ने इस हमले की फिलहाल जिम्मेदारी नहीं ली है। घायलों में कुछ लोगों की हालत अभी गंभीर बनी है जिससे मौतों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
सूडान में दक्षिण सूडानी नागरिकों के खिलाफ जारी हिंसा से संबंधित कई वीडियो सामने आए हैं। इसे लेकर दक्षिण सूडान के अधिकारियों ने दूरसंचार विभाग को 30 दिनों के लिए सोशल मीडिया पर रोक लगाने का आदेश दिया। राष्ट्रीय संचार प्राधिकरण की ओर से दूरसंचार कंपनियों को निर्देश जारी किया गया। इसके अनुसार, अस्थायी प्रतिबंध गुरुवार आधी रात से लागू हो गया। इसे 90 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। निर्देश में इस बात पर जोर दिया गया है कि जनता की सुरक्षा के लिए यह कदम आवश्यक है। गेजिरा राज्य में स्थानीय लड़ाकों की ओर से दक्षिण सूडानियों की हत्या किए जाने संबंधी वीडियो फुटेज सामने आने से दक्षिण सूडान के लोगों में नाराजगी है। सूडानी व्यापारियों की दुकानें लूटे जाने के बाद रात में भड़की जबाबी हिंसा के बाद दक्षिण सूडान के अधिकारियों ने शाम से सुबह तक कर्फ्यू लगा दिया था।