श्रीलंका में आज होगा राष्ट्रपति चुनाव, त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

श्रीलंका में जारी संकट के बीच राष्ट्रपति चुनाव का आयोजन होना है।

Update: 2022-07-20 00:48 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। श्रीलंका में जारी संकट के बीच राष्ट्रपति चुनाव का आयोजन होना है। श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में बुधवार को त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं। इस बीच, विपक्षी उम्मीदवार साजिथ प्रेमदासा ने अल्हाप्पेरुमा के समर्थन में अपना नाम वापस लेने की घोषणा की। सांसदों ने मंगलवार को उम्मीदवारों के रूप में कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे समेत तीन नामों का प्रस्ताव किया।

सांसदों ने राष्ट्रपति पद के लिए जिन तीन नामों का प्रस्ताव किया उनमें रानिल विक्रमसिंघे (73), दुल्लास अल्हाप्पेरुमा (63) और अनुरा कुमारा दिसानायके (53) शामिल हैं। अल्हाप्पेरुमा कट्टर सिंहली बौद्ध राष्ट्रवादी और सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) पार्टी के सदस्य हैं। उन्हें मुख्य विपक्षी नेता एस. प्रेमदासा ने समर्थन देकर अपना नाम वापस लिया है। वहीं, दिसानायके वामपंथी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) के प्रमुख सदस्य हैं। बता दें, देश में पूर्व राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के के उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए 20 जुलाई को चुनाव होने हैं। नए राष्ट्रपति नवंबर 2024 तक पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे के शेष कार्यकाल के लिए पद पर रहेंगे।
यदि अल्हाप्पेरुमा राष्ट्रपति चुने गए तो प्रेमदासा होंगे पीएम
श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी एसजेबी ने कहा है कि यदि सांसद दुल्लास अल्हाप्पेरुमा को राष्ट्रपति पद के लिए चुना जाता है तो पार्टी के नेता साजिथ प्रेमदासा को प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया जाएगा। पार्टी महासचिव रंजीत मद्दुमा बंडारा ने कहा अल्हाप्पेरुमा की पार्टी (एसएलपीपी) के साथ इसी पर समझौता हुआ है। बंडारा ने दावा किया कि अल्हाप्पेरुमा को 225 सदस्यीय संसद में नए राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के लिए पर्याप्त समर्थन हासिल है।
संसद परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ाई
श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने की शिकायत के बाद मंगलवार को श्रीलंका संसद परिसर में तथा उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अभयवर्धने ने आईजी के समक्ष सांसदों को सोशल मीडिया पर धमकी देने वाले भड़काऊ संदेशों के खिलाफ विस्तृत जांच की मांग की थी। इसके बाद, मंगलवार को संसद परिसर में और उसके आसपास पुलिस तथा सेना को तैनात किया गया। सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों ने भी शिकायत की थी कि उन्हें सोशल मीडिया पर कार्यवाहक राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के खिलाफ मतदान करने की धमकी दी जा रही है।
हमले में भारतीय अधिकारी घायल, उच्चायोग ने नागरिकों से कहा, हालात से अवगत रहें
श्रीलंका में तैनात भारत सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी विवेक वर्मा बेवजह किए गए हमले में घायल हो गए। भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उच्चायोग ने भारतीय नागरिकों से श्रीलंका में नवीनतम घटनाओं से अवगत रहने और उसके हिसाब से आवाजाही करने और अन्य गतिविधियों की योजनाएं बनाने के लिए कहा है। बता दें, श्रीलंका में आर्थिक व सियासी संकट के चलते अशांति के हालात हैं। उच्चायोग ने ट्वीट किया, वीजा केंद्र के निदेशक विवेक वर्मा से मुलाकात की और मामला श्रीलंकाई अधिकारियों के ध्यान में भी लाया गया। उच्चायोग ने किसी भी बुरी स्थिति में उससे संपर्क करने को कहा।
मैं राजपक्षे प्रशासन का हिस्सा नहीं था : विक्रमसिंघे
श्रीलंका में बुधवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने विभिन्न मुद्दों को लेकर बदनाम हुई राजपक्षे सरकार से दूरी बनाते हुए कहा कि वह 'उस प्रशासन' में नहीं थे और उन्हें दिवालिया देश की 'अर्थव्यवस्था को संभालने' के लिए नियुक्त किया गया था।
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