फ्रांस के संसदीय चुनाव में बहुमत से चूके राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, विपक्षी सदस्यों को मनाने में जुटे
फ्रांस के संसदीय चुनाव में बहुमत से चूके राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बहुमत का जुगाड़ करने के लिए विभिन्न दलों से चर्चा शुरू कर दी है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फ्रांस के संसदीय चुनाव में बहुमत से चूके राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बहुमत का जुगाड़ करने के लिए विभिन्न दलों से चर्चा शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है उनकी मध्यमार्गी पार्टी संसदीय चुनाव में पूर्ण बहुमत पाने में विफल रही है। संसदीय चुनावों के बाद परंपरा के अनुरूप मंगलवार को प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने औपचारिक रूप से अपना इस्तीफा दे दिया। फ्रांस के प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न (Elisabeth Borne) ने कहा कि ऐसे चुनाव नतीजे हमारे देश के लिए खरतनाक है। हमारा देश पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। हालांकि मैक्रों ने पीएम के इस्तीफे को अस्वीकार कर मौजूदा सरकार को बरकरार रखा है। इस बीच नई सरकार के लिए एलिसी पैलेस स्थित राष्ट्रपति भवन में बैठकें हो रही हैं।
मैक्रों की पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने रविवार के संसदीय चुनावों में 245 सीटें जीतीं हैं। लेकिन नेशनल असेंबली में बहुमत से अभी उसकी 44 सीटें कम हैं। उधर वामपंथी नुप्स गठबंधन ने मुख्य विपक्षी दल बनने के लिए 131 सीटें जीतीं। धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली पार्टी को 577 सदस्यीय सदन में पिछली बार की आठ सीटों के मुकाबले इस बार 89 सीटें मिलीं हैं। मैक्रों विपक्षी सदस्यों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। कुछ दलों के साथ बुधवार को भी बैठकें होनी हैं। मैक्रों के कार्यालय के अनुसार, बातचीत का लक्ष्य स्थिति का संभावित रचनात्मक समाधान खोजना है।
मैंक्रों ने अपने दूसरे राष्ट्रपति चुनाव मे ले पेन को हराया था
फ्रांसीसी समाचार चैनल बीएफएमटीवी ने रविवार को बताया था कि मैक्रों के कैबिनेट के 15 मंत्री जो अपने निर्वाचन क्षेत्र में डिप्टी के रूप में नहीं चुने गए, इसलिए उन्हें सरकार छोड़नी होगी। बता दें कि अप्रैल में अपने दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल के लिए मैक्रों ने ले पेन को हराया था। उन्होंने अपने पहले कार्यकाल के दौरान नेशनल असेंबली में पूर्ण बहुमत प्राप्त था।