राष्ट्रपति बाइडेन ने शिकागो के हाइलैंड पार्क में गोलीबारी की घटना पर जताया दुख, बोले- इस घटना को सुनकर स्तब्ध हूं
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इलिनोइस के हाइलैंड पार्क में गोलीबारी की घटना पर दुख जताया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने इलिनोइस के हाइलैंड पार्क में गोलीबारी की घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस घटना को सुनकर स्तब्ध हूं. उन्होंने कहा कि मैंने शूटर की तत्काल खोज में सहायता के लिए संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को लगाया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने हाल ही में बंदूक सुधार कानून पर हस्ताक्षर किया है. मगर अभी बहुत कुछ करना बाकी है. मैं बंदूक हिंसा की महामारी से लड़ना नहीं छोड़ूंगा. स्वतंत्रता दिवस परेड के दौरान हुई इस गोलीबारी में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 24 लोग घायल हो गए. पुलिस संदिग्ध हमलावर की तलाश में जुटी हुई है.
बताया जा रहा है कि उसने किसी इमारत की छत पर से गोलीबारी की. बताया जा रहा है कि वह श्वेत व्यक्ति है, जिसने सफेद और नीले रंग की टी शर्ट पहन रखी है. हालईलैंड पार्क के पुलिस कमांडर क्रिस ओ'नील ने लोगों से सुरक्षित स्थानों की ओर जाने का आग्रह किया. वहीं, लेक काउंटी मेजर क्राइम टास्क फोर्स के प्रवक्ता क्रिस्टोफर कोवेली ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमलावर ने किसी छत पर से राइफल से परेड में शामिल लोगों पर गोलीबारी की और वह राइफल बरामद कर ली गई है. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि उसने किस इमारत की छत से गोलीबारी की.
जो बाइडेन ने कहा- इस घटना को सुनकर स्तब्ध हूं
खून से लथपथ दिखे कई शव
कोवेली ने कहा कि पुलिस का मानना है कि केवल एक शूटर ने इस हमले को अंजाम दिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि उन्होंने खून से लथपथ शव देखे हैं, जिनपर कंबल ढंके हुए हैं और सैंकड़ों लोग जान बचाकर भाग रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, परेड सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई, लेकिन गोलीबारी होते ही 10 मिनट बाद इसे रोक दिया गया. परेड में जाने वाले सैंकड़ों लोगों में से कुछ खून में लथपथ दिखे। वे अपनी कुर्सियां, बच्चों का सामान और कंबल वहीं छोड़कर भाग गए.
काफी पुराना है अमेरिका का गन कल्चर
बता दें कि अमेरिका का गन कल्चर उतना ही पुराना है जितना कि अमेरिका का संविधान. इसी को ध्यान में रखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बंदूक सुधार कानून पर हस्ताक्षर किया था. अमेरिका में बढ़ रहे शूट आउट की घटनाओं के बाद इस कानून को लाया गया है. 1791 में अमेरिका के दूसरे संविधान संशोधन में सभी नागरिकों को बंदूक रखने का अधिकार दे दिया गया था. अमेरिका में बड़े पैमाने पर लोगों को पास बंदूके हैं. जब जिसे जहां मन होता है फायरिंग कर देता है. कई लोगों की जान चली जाती है.