आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका में राजनीतिक उठापटक तेज, राजपक्षे सरकार के खिलाफ लाया जा सकता है अविश्वास प्रस्ताव
विदेशी मुद्रा की कमी के साथ-साथ लापरवाह आर्थिक नीतियों को बताई जा रही है।
श्रीलंका में चल रहे आर्थिक संकट के बीच श्रीलंकाई संसदीय सत्र के दौरान राजपक्षे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की संभावना है। श्रीलंकाई संसद के विपक्षी दल समागी जन बालवेगया (एसजेबी) द्वारा राष्ट्रपति और मौजूदा सरकार के खिलाफ दो अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। बता दें कि मंगलवार को श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी एसजेबी ने मौजूदा सरकार और राष्ट्रपति के खिलाफ दो अविश्वास प्रस्ताव श्रीलंका संसदीय स्पीकर को सौंप दिया है।
विपक्ष के नेता ने सौंपा अविश्वास प्रस्ताव
कोलंबो पेज की रिपोर्ट के अनुसार, विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा और समागी जाना बालवेगया ने अपने आधिकारिक आवास पर स्पीकर को दो अविश्वास प्रस्ताव सौंप दिए।
अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के मामले पर विपक्ष के नेता ने कहा, 'अब यह स्पष्ट हो जाएगा कि लोगों की मांगों के साथ कौन विश्वासघात कर रहा है।"
मौजूदा बजट को बताया गया अवास्तविक
बता दें कि समाचार एजेसी रायटर्स के मुताबिक, बुधवार को श्रीलंकाई संसद को संबोधित करते हुए, वित्त मंत्री अली साबरी ने कहा कि सरकार मौजूदा बजट को 'अवास्तविक' बताते हुए इसे बदलने के लिए तैयार है। साबरी ने कहा कि वह अगले दो सालों के भीतर सकल घरेलू उत्पाद के हिस्से के रूप में कर राजस्व को मौजूदा 8.7 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करना चाहते हैं उन्होंने कहा कि वे विश्व बैंक के साथ 30 करोड़ डालर से 70 करोड़ डालर तक की सहायता देने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की हो रही है मांग
बता दें कि आर्थिक संकट ने द्वीप देश में अशांति की स्थिति पैदा कर दी है। राष्ट्रपति सचिवालय के सामने कोलंबो में 'गाले फेस' पर विरोध प्रदर्शन सोमवार को 24 वें दिन भी जारी रहा। कोलंबो पेज की खबर के अनुसार, राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन में श्रीलंका के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग मौजूद हो रहे हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि विरोध प्रदर्शन में देश के विभिन्न हिस्सों के धार्मिक नेता, युवा, नागरिक कार्यकर्ता, कलाकार, विश्वविद्यालय के छात्र, पत्रकार, विकलांग युद्ध नायक, ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधि, विद्वान और जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग शामिल हो रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन स्थल पर पुस्तकालयों, प्राथमिक चिकित्सा इकाइयों और मीडिया इकाइयों सहित सहायक सुविधाएं भी स्थापित की हैं। इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने जनता से अनुरोध किया है कि वे अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर निम्नलिखित संदेश पोस्ट करके और #GotaGoHome2022 #GoHomeRajapaksas के साथ पोस्ट करके सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए सांसदों को वोट देने के लिए कहें।
जानिए कौन है आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार
आर्थिक संकट की वजह से श्रीलंका में भोजन और ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती के कारण श्रीलंका की जनता परेशान है। मंदी की सबसे बड़ी वजह कोविड-19 (COVID-19) महामारी के दौरान पर्यटन में गिरावट के कारण विदेशी मुद्रा की कमी के साथ-साथ लापरवाह आर्थिक नीतियों को बताई जा रही है।