पीएम का इस्तीफा, श्रीलंका की राजधानी में सेना हुई तैनात, सत्तारूढ़ दल के सांसद व उनके पीएसओ की मौत

श्रीलंका की राजधानी में सेना हुई तैनात

Update: 2022-05-09 14:29 GMT
कोलंबो, प्रेट्र। श्रीलंका में सोमवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों व समर्थकों में भिड़ंत के कुछ घंटे बाद ही प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने पद से इस्तीफा दे दिया। दो कैबिनेट मंत्रियों ने भी इस्तीफे का एलान किया है। राष्ट्रपति कार्यालय के बाहर हुए संघर्ष में कम से कम 78 लोगों के घायल होने की सूचना है। हालात को देखते हुए देशव्यापी कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजधानी कोलंबो में सेना तैनात कर दी गई है। राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे व प्रधानमंत्री ने हिंसा की निंदा करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
गोटाबाया पर अंतरिम सरकार गठन व महिंदा पर इस्तीफे के दबाव की खबरों के बाद उनके समर्थक भड़क उठे। डेली मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, महिंदा के समर्थकों ने प्रधानमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन स्थल मैनागोगामा पर मौजूद प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया। भीड़ ने टेंट को भी ध्वस्त कर दिया। यहां महिंदा के इस्तीफे की मांग को लेकर 31 दिनों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा था। पुलिस ने मानव श्रृंखला बनाकर भीड़ को एक अन्य प्रदर्शन स्थल गोटागोगामा में घुसने से रोकने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। सत्तारूढ़ श्रीलंका पोडुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) के समर्थक पुलिस को धक्का देते हुए गोटागोगामा में घुस गए और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया। गाले फेस इलाके में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। कोलंबो पेज की रिपोर्ट के अनुसार, महिंदा के समर्थक बसों में भरकर लाए गए थे, जबकि उनके साथ एकजुटता का प्रदर्शन करने के लिए कुछ ने टेंपल ट्रीज की तरफ कूच कर दिया था। वे म¨हदा से सरकार में बने रहने की मांग कर रहे थे।
राष्ट्रपति गोटाबाया ने ट्वीट किया, 'मैं हिंसक गतिविधियों, हिंसा करने वालों व उसे भड़काने वालों की निंदा करता हूं। हिंसा मौजूदा स्थितियों का समाधान नहीं है। मैं सभी नागरिकों से शांत रहने व संयम बरतने की अपील करता हूं।' पीएम म¨हदा ने कहा, 'इस समय जबकि भावनाएं चरम पर हैं, मैं लोगों से शांति व संयम बनाए रखने की अपील करता हूं।'
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही राष्ट्रपति गोटाबाया ने कैबिनेट की विशेष बैठक के बाद आधी रात को आपातकाल का एलान कर दिया था। उन्होंने डेढ़ महीने के भीतर दूसरी बार आपातकाल लागू किया है। श्रीलंका फिलहाल अभूतपूर्व आर्थिक संकट के कारण राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है।
विपक्ष के नेता पर भी हमला
संसद में विपक्ष के नेता व समागी जाना बालवेगया (एसजेएम) प्रमुख साजिथ प्रेमदासा स्थिति का जायजा लेने गोटागोगामा पहुंचे, जहां एक समूह ने उनके साथ-साथ उनके समर्थकों पर भी हमला बोल दिया। उन्होंने म¨हदा पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया।
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