PM मोदी ने जो बाइडेन से मुलाक़ात के दौरान H-1B वीज़ा का उठाया मुद्दा, शुक्रवार को मिले थे दोनों नेता

शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच पहली बार फेस-टू-फेस मुलाकात हुई.

Update: 2021-09-25 04:58 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।  शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (President Joe Biden) के बीच पहली बार फेस-टू-फेस मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने कोविड-19, जलवायु परिवर्तन, व्यापार और हिंद-प्रशांत सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. इसके अलावा पीएम मोदी ने H-1B वीज़ा का भी मुद्दा उठाया. इस बात की जानकारी विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने दी. बता दें कि हाल के दिनों में भारत के आईटी प्रोफेशनल्स को H-1B वीज़ा मिलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

जो बाइडेन से मुलाकात के बाद श्रृंगला ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ' पीएम मोदी ने एच-1बी वीज़ा का मुद्दा उठाया. पीएम ने इस तथ्य ज़िक्र किया कि अमेरिका में काम करने वाले कई भारतीय पेशेवर सामाजिक सुरक्षा में योगदान देते हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में उन योगदानों की वापसी कुछ ऐसी है जो भारतीय श्रमिकों की संख्या को प्रभावित करती है.'
व्हाइट हाउस ने जारी किया डेटा
व्हाइट हाउस की तरफ से जारी एक डेटा के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका को 2021 में अब तक भारतीय छात्रों को रिकॉर्ड 62,000 वीजा जारी किया है. डेटा में ये भी कहा गया है कि अमेरिका में लगभग 200,000 भारतीय छात्र अर्थव्यवस्था में सालाना 7.7 बिलियन अमरीकी डालर का योगदान करते हैं.
क्या है H-1B Visa?
एच-1बी वीजा एक एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स में काफी लोकप्रिय है. ये वीजा अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को रखने के लिए दी जाती है. हर साल अलग-अलग कैटेगरी में 85 हजार वीजा जारी किए जाते हैं. इस वीजा का एक बड़ा हिस्सा भारत के आईटी सर्विस कंपनियां इस्तेमाल करती है. इस साल पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा पर 31 मार्च तक रोक लगा दी थी. लेकिन बाइडेन सरकार ने इसे बाद में हटा दिया था.
एक घंटे चली बैठक
इससे पहले राष्ट्रपति बाइडेन ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि वे आज अमेरिका-भारत के संबंधों का एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं. बाइडन के साथ शुक्रवार को हुई बैठक को 'महत्वपूर्ण' करार देते हुए मोदी ने कहा कि वे इस शताब्दी के तीसरे दशक में मिल रहे हैं. ये बैठक करीब एक घंटे से भी अधिक समय तक चली.
क्या बोले दोनों नेता
मोदी ने बैठक के बाद ट्वीट कर जो बाइडन के साथ हुई इस बैठक को 'असाधारण' करार दिया. उन्होंने कहा, 'हमने इस बात पर चर्चा की कैसे भारत एवं अमेरिका विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा सकते हैं और कोविड-19 एवं जलवायु परिवर्तन जैसी प्रमुख चनौतियों से पार पाने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं.'अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, 'मैं काफी समय से यह मानता रहा हूं कि अमेरिका-भारत संबंध कई वैश्विक चुनौतियों का हल करने में हमारी सहायता कर सकते हैं. मैंने 2006 में भी यह कहा था कि भारत एवं अमेरिका विश्व के सबसे करीबी संबंधों वाले राष्ट्र होंगे.' (एजेंसी इनपुट के साथ)


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