वाशिंगटन | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के साथ अपने देश के संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों की सराहना की। इसपर उन्होंने कहा कि घर पर विचारों की प्रतियोगिता होनी चाहिए, लेकिन राष्ट्र के लिए बोलते समय लोगों को एक साथ सामने आना चाहिए।
गुरुवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को अपने संबोधन में मोदी की टिप्पणी राहुल गांधी की विदेश यात्राओं के दौरान उनकी सरकार पर किए गए कटाक्ष के जवाब के तौ पर देखी गई। प्रधानमंत्री की टिप्पणी को कांग्रेस नेता पर हमला माना गया।
मोदी ने अमेरिकी सांसदों से कहा, “मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं, लेकिन दुनिया के दो महान लोकतंत्रों, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए आज आपको एक साथ आते देखकर मुझे खुशी हो रही है।”
पीएम मोदी ने कहा, “जब भी आपको एक मजबूत द्विदलीय सहमति की आवश्यकता होगी तो मुझे मदद करने में खुशी होगी। अपने देश पर विचारों की एक प्रतियोगिता होगी और होनी ही चाहिए, लेकिन जब हम अपने राष्ट्र के लिए बोलते हैं, तो हमें एक साथ आना भी चाहिए और आप दिखाया है कि आप यह कर सकते हैं। बधाई हो!”
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “एक जीवंत लोकतंत्र का नागरिक होने के नाते, मैं इस बात को स्वीकार कर सकता हूं की आपका काम कठिन है! मैं जुनून, अनुनय और नीति की लड़ाई से खुद को जोड़ सकता हूं। “
राहुल गांधी हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में थे और अक्सर घरेलू (देश) मुद्दों से निपटने के लिए मोदी सरकार की आलोचना करते देखे गए थे।