गौतेंग प्रांत में कोरोना की दहशत, अब तक 90 फीसदी मरीजो की मौत
संक्रमण का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था.
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में सबसे पहले सामने आया कोरोनावायरस (Coronavirus) का ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) दुनियाभर के लिए नई मुसीबत बनकर उभरा है. वहीं, अब स्वास्थ्य विशेषज्ञों को दक्षिण अफ्रीका में इसके एपिसेंटर का पता चल गया है. बताया गया है कि दक्षिण अफ्रीका में श्वाने इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Tshwane University of Technology) इसका एपिसेंटर है. इंस्टीट्यूट में कई छात्र कोरोना की चपेट में आए हैं. इसके मद्देनजर कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. जोहान्सबर्ग का गौतेंग प्रांत ओमीक्रॉन वेरिएंट का केंद्र बनकर उभरा है.
गौतेंग प्रांत (Gauteng) में 90 फीसदी मामले इसी वेरिएंट से जुड़े हुए हैं. दक्षिण अफ्रीका में सबसे बड़ी मुसीबत कम वैक्सीनेशन दर है. देश की 18 से 34 साल की आबादी में से केवल 22 फीसदी को ही कोरोना की वैक्सीन लगाई गई है. यहां पर वैक्सीन को लेकर लोगों के बीच हिचकिचाहट भी देखने को मिल रही है. आलम ये है कि वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को अब अपने साथियों को वैक्सीन (Vaccine) की डोज लेने के लिए राजी करना पड़ रहा है. लोगों को समझाया जा रहा है कि अगर उन्हें कोरोनावायरस से खुद को सुरक्षित रखना है तो वैक्सीन लगवानी होगी. यही वायरस से बचने का एकमात्र तरीका है.
ओमीक्रॉन के खतरे के बीच लगाया गया ट्रैवल बैन
दुनिया पिछले दो सालों से लगातार कोरोनावायरस की मार झेल रही है. इस दौरान दुनिया ने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा जैसे वेरिएंट का सामना किया. डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) इसमें सबसे ज्यादा खतरनाक वेरिएंट बनकर उभरा और इसने दुनियाभर में कोरोना के मामलों को बढ़ाने का काम किया. वहीं, अब ओमीक्रॉन वेरिएंट एक नई मुसीबत बनकर उभरा है. इस वेरिएंट के सामने आने के बाद से ही दुनियाभर के देशों ने ट्रैवल बैन (Travel Ban) लगा दिया है. कई मुल्कों ने सीधे तौर पर दक्षिण अफ्रीका पर ट्रैवल बैन लगा दिया है. इसकी वजह से दक्षिण अफ्रीका खासा निराश हैं.
दक्षिण अफ्रीका में लागू हुआ लॉकडाउन
वहीं, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) ने रविवार को कहा कि कोविड-19 के नए वेरिएंट 'ओमीक्रोन' के खतरे के बावजूद देश में सबसे निचले यानी 'पहले स्तर' का लॉकडाउन ही लागू रहेगा. रामाफोसा ने दक्षिण अफ्रीका तथा उसके पड़ोसियों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने वाले 20 से अधिक देशों से आग्रह किया कि अर्थव्यवस्थाओं को और नुकसान से बचने के लिए प्रतिबंध को तुरंत समाप्त किया जाए, क्योंकि दक्षिणी अफ्रीकी देश पहले से ही वैश्विक महामारी से प्रभावित हैं. 'ओमीक्रोन' वेरिएंट से संक्रमण का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था.