पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने कहा- वेट एंड वाच की नीति को बताया खतरनाक
नई सरकार के गठन पर तालिबान के साथ चर्चा करने के लिए काबुल में रुका था, जिसमें खूंखार हक्कानी नेटवर्क के कई शीर्ष नेता शामिल थे।
अफगानिस्तान में तालिबान के शासन को दुनिया से अभी तक मान्यता नहीं मिलने पर पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने कहा है कि तालिबान शासन को मान्यता देने की 'वेट एंड वाच' नीति पूरी तरह से गलत है और इसके परिणामस्वरूप संघर्षग्रस्त देश का आर्थिक पतन हो सकता है
अगस्त के मध्य में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित अशरफ गनी सरकार को हटा दिया था। तालिबान द्वारा घोषित अंतरिम मंत्रिमंडल में विद्रोही समूह के हाई-प्रोफाइल सदस्य शामिल हैं। तालिबान को मान्यता देने पर कई देशों ने वेट एंड वाच नीति अपनाई है। वैश्विक नेताओं का कहना है कि पहले वे देखेंगे कि तालिबान अपने शासन में मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से किए गए अपने वादों को पूरा करता है या नहीं।