पाकिस्तानी सांसद ने मीडिया से साझा की चिनफिंग सरकार की मनोदशा, चीन में गंभीर चिंता और आक्रोश
चीन में गंभीर चिंता और आक्रोश
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सांसद ने कहा है कि कराची यूनिवर्सिटी धमाके के बाद इस्लामाबाद की सुरक्षा प्रणाली से चीन का भरोसा डगमगा गया है। 26 अप्रैल को बुर्का पहनी हुई एक आत्मघाती महिला हमलावर द्वारा किए गए धमाके में तीन चीनी शिक्षक मारे गए थे। पाकिस्तान में चीनी नागरिकों के खिलाफ किया गया यह अब तक का सबसे बड़ा हमला था।
चीन में गंभीर चिंता और आक्रोश
डान समाचार पत्र से शुक्रवार को चीन की मनोदशा साझा करते हुए सीनेटर मुशाहिद हुसैन ने कहा, 'इस वारदात ने चीन में गंभीर चिंता और आक्रोश पैदा किया है।' सीनेट की सुरक्षा संबंधी समिति के चेयरमैन मुशाहिद ने गत हफ्ते उस प्रतिनिधिमंडल का भी नेतृत्व किया था, जो हमले के बाद शोक जताने चीनी दूतावास पहुंचा था।
चीन का विश्वास डगमगाया
मुशाहिद ने कहा, 'पाकिस्तान की सुरक्षा प्रणाली, लोगों और परियोजनाओं की रक्षा करने की उसकी क्षमता से चीन का विश्वास काफी डगमगा गया है। हमले के पैटर्न की पुनरावृत्ति हुई है, जिससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान की तरफ से फूलप्रूफ सुरक्षा के वादे को जमीन पर नहीं उतारा गया है।' कराची यूनिवर्सिटी में हुआ हमला, चीनी नागरिकों को निशाना बनाने वाला तीसरा बड़ा हमला था।
हमले जारी रहे तो पाकिस्तान के लिए होगी मुश्किल
सुरक्षा व्यवस्था की आलोचना करते हुए मुशाहिद ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को घटना के बाद ऐसा लगता है कि वे झपकी लेती हुई पकड़ी गई हैं। उन्होंने कहा, 'ऐसे हमले जारी रहे तो न सिर्फ चीन, बल्कि दूसरे देशों के निवेशक भी पाकिस्तान में निवेश की समीक्षा के लिए मजबूर हो जाएंगे।'
चीनी नागरिकों के पाकिस्तान छोड़ने की तस्वीरें हुईं थी वायरल
बता दें कि कराची यूनिवर्सिटी में हुए हमले के बाद चीनी नागरिकों के पाकिस्तान छोड़ने की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थीं। हालांकि, पाकिस्तान ने ऐसी सूचनाओं को खारिज किया था। मालूम हो कि कराची विश्वविद्यालय पर हमला एक साल में पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हुआ तीसरा आतंकी हमला था।