सऊदी अरब से लिया कर्ज एक साल के भीतर लौटाएगा पाकिस्तान, जानें कितनी है रकम
नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को एक साल के भीतर सऊदी अरब को तीन अरब डालर (लगभग 22,000 करोड़ रुपये) लौटाने होंगे।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को एक साल के भीतर सऊदी अरब को तीन अरब डालर (लगभग 22,000 करोड़ रुपये) लौटाने होंगे। पाकिस्तान ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूत करने के लिए सऊदी अरब से पिछले साल यह कर्ज लिया था।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तरीन ने अपने देश की संसद के उच्च सदन सीनेट को बताया कि सऊदी फंड फार डेवलपमेंट (एसएफडी) ने पिछले साल अक्टूबर में देश के मुख्य बैंक स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान के खाते में यह धनराशि डाली थी। पाकिस्तान ने एक साल के भीतर यह धनराशि लौटाने का वादा किया था।
तरीन ने बताया कि इस कर्ज पर चार प्रतिशत की दर से ब्याज भी था, जिसे हर तीन महीने में भुगतान करना है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में ब्याज दर में हो रही वृद्धि को देखते हुए चार प्रतिशत की ब्याज दर को बुरा नहीं कहा जा सकता है।
इमरान ने माना, पाकिस्तान में बदलाव लाने में रहे विफल
समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना है कि वह देश में बदलाव लाने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि वह सत्ता में आने से पहले किए गए वादों के मुताबिक देश में बदलाव नहीं ला सके। व्यवस्था में गड़बड़ी के कारण ऐसा नहीं कर पाए।
प्रधानमंत्री इमरान ने मंत्रालयों के प्रमाणपत्र वितरण समारोह में कहा, 'प्रारंभ में हम क्रांतिकारी कदमों के जरिये व्यापक बदलाव लाना चाहते थे, लेकिन बाद में महसूस हुआ कि हमारी व्यवस्था इसमें समर्थ नहीं है।' उन्होंने कहा कि सरकार और मंत्रालयों ने अपेक्षित परिणाम नहीं दिए। हमारे मंत्रालय इस कोशिश में जुटे हैं कि निर्यात बढ़ाकर किस तरह देश को स्थिर, लोगों की हालत में सुधार, गरीबी उन्मूलन किया जा सकता है।
अमेरिका ने पाकिस्तान का इस्तेमाल किया
इमरान ने एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका ने अपने उद्देश्य के लिए पाकिस्तान का हमेशा इस्तेमाल किया है। अमेरिका को जब भी हमारी जरूरत हुई, उसने संबंध स्थापित किया और जब उद्देश्य पूरा हो गया तब संबंध तोड़ लिया और हमारे ऊपर प्रतिबंध थोप दिया।