पाकिस्‍तान भारत के साथ शुरू करेगा चीनी का व्‍यापार, इमरान सरकार ने दी मंजूरी

अन्य देशों से आयात की तुलना में 4 से 5 फीसदी प्रति पाउंड सस्ता पड़ेगा।

Update: 2021-04-01 03:53 GMT

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने से भड़के पाकिस्तान ने अगस्त 2019 में भारत के साथ कारोबारी रिश्ते तोड़ लिए थे और भारत से कई सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। पहले से ही खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से जूझ रहे पाकिस्तान को चीनी की बढ़ती कीमतों और संकट से जूझ रहे कपड़ा उद्योग को बचाने के लिए अब अपना फैसला बदलने के लिए मजबूर होना पड़ा। पाकिस्तान रमजान के दौरान चीनी की बढ़ती कीमतों पर भी अंकुश लगाना चाहता है। 

दरअसल, पाकिस्तान में कपास की बहुत कम पैदावार हुई है और कारोबारियों को अमेरिका, ब्राजील और उज्बेकिस्तान से कपास आयात काफी महंगा पड़ रहा था। इन देशों से कच्चे माल पहुंचने में करीब दो माह लगते हैं लेकिन लेकिन भारत से न सिर्फ यह कच्चा माल सस्ता पड़ता है बल्कि यह दो-तीन दिन में पहुंच भी जाता है।
पाकिस्तान के पांच डीलरों ने बताया, विक्रेताओं ने भारतीय चीनी और कपास की खरीद के बारे में जानकारी जुटानी भी शुरू कर दी है। भारत से इन दोनों सामानों के आयात से घरेलू बाजार को बड़ी राहत मिलेगी। एक्सपोर्टर डीडी कॉटन के एमडी अरुण शेखसरिया ने कहा, पाकिस्तान के भारतीय कपास का आयात अन्य देशों से आयात की तुलना में 4 से 5 फीसदी प्रति पाउंड सस्ता पड़ेगा।


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